भारत की हर चाल पर नजर रखने के लिए पाकिस्तान खरीद रहा शक्तिशाली चीनी रडार, जानें इसकी ताकत और खासियत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 18, 2022 06:04 PM2022-11-18T18:04:26+5:302022-11-18T18:17:02+5:30
रिपोर्ट के मुताबिक इस रडार को चीन की सरकारी कंपनी चाइना इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नोलॉजी ग्रुप कॉर्पोरेशन यानी CETC ने बनाया है।
इस्लामाबाद: सैटेलाइट की मदद से पाकिस्तान की हर हरकत पर नजर रखने वाले भारत को चीनपाकिस्तान के जरिए चुनौती देने में लगा है। भारतीय सैटेलाइट्स पर नजर रखने के लिए चीन अब पाकिस्तान को अपना सबसे ताकतवर और एडवांस रडार SLC-18 देने जा रहा है। गौरतलब है कि भारतीय सैटेलाइट्स पाकिस्तान के 87% इलाके पर नजर रख सकते हैं। यानी पाकिस्तान के हर गली और इलाके पर भारत नजर रख सकता है। चीन अपने ताकतवर रडार के जरिए इसे रोकने की कवायद में जुट गया है।
द न्यूज वीक की रिपोर्ट के मुताबिक इस रडार को चीन की सरकारी कंपनी चाइना इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नोलॉजी ग्रुप कॉर्पोरेशन यानी CETC ने बनाया है। सीईटीसी इससे पहले भी चीनी सेना के लिए कई मिसाइलें, रडार और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज बना चुकी है। चीन की मदद से अंतरिक्ष में भारतीय बादशाहत को चुनौती देने की कोशिशों में जुटे पाकिस्तान के लिए तो ये एक बड़ी कामयाबी है लेकिन अगर सच में ऐसा हुआ तो भारत की चिंताएं बढ़ सकती हैं।
कितना ताकतवर है चीन का एडवांस रडार SLC-18
चीन का ये खास रडार धरती से 200 किलोमीटर से 2000 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित दूसरे देशों के सेटेलाइट्स का पता लगा सकता है और उनकी पोजिशन जान सकता है। दुनिया भर में जितने भी खुफिया सेटेलाइट्स मिलिट्री निगरानी के लिए उपयोग में लाए जाते हैं वह धरती से 200 किलोमीटर से 2000 किलोमीटर की ऊंचाई पर ही परिक्रमा करते रहते हैं।
ऐसे काम करता है चीन का SLC-18 रडार
चीनी रडार SLC-18 24 घंटे, हर मौसम और हर स्थिति में खुफिया सेटेलाइट्स का पता लगाने के अलावा उनकी लगातार निगरानी भी कर सकता है। SLC-18 रडार पहले धरती की निचली कक्षा में चक्कर काट रहे खुफिया सेटेलाइट्स का पता लगाता है और सैटेलाइट के डेटा को कमांड सेंटर को भेज देता है, ताकि वह जरूरी फैसले ले सके। चीनी रडार अंतरिक्ष में मौजूद दूसरे देशों के सेटेलाइट्स के अलावा हवाई जहाज और ड्रोन जैसे अन्य उपकरणों का भी पता लगा सकता है।
चीन का पाकिस्तान को SLC-18 रडार बेचना भारत के लिए चिंता का विषय
ये चीनी रडार इतना एडवांस है कि इसकी निगरानी से बचना काफी मुश्किल है। चीनी रडार की यही खासियत युद्ध की स्थिति में काफी निर्णायक साबित हो सकती है। आज के समय में दुश्मन देश की सेना और हथियारों की लोकेशन को ट्रैक करने में खुफिया सैटेलाइट्स अहम भूमिका निभाती हैं। हर देश दुश्मन देश की सेटेलाइट्स का पता लगाने के लिए तमाम उपाय अपनाते रहते हैं। ऐसे सुरक्षा विशेषज्ञों का भी मानना है कि चीन का पाकिस्तान को SLC-18 खुफिया रडार बेचना भारत के लिए बड़ी चिंता का विषय है।