राहत पैकेज के लिए यूएई और सऊदी अरब से पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने किया संपर्क
By भाषा | Published: August 6, 2022 04:09 PM2022-08-06T16:09:02+5:302022-08-06T16:10:05+5:30
ऐसा माना जाता है कि आईएमएफ ने पाकिस्तान से कहा है कि वह इस बात की पुख्ता गारंटी दे कि उसके दोस्त उसकी बाहरी जरूरतों के लिए चार अरब डॉलर मुहैया कराएंगे। ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान आवश्यक धन मुहैया कराने के लिए सऊदी अरब, यूएई और चीन जैसे प्रमुख सहयोगियों के साथ बातचीत कर रहा है।

राहत पैकेज के लिए यूएई और सऊदी अरब से पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने किया संपर्क
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने नकदी की कमी से जूझ रहे अपने देश के लिए वित्तीय सहायता सुनिश्चित करने के अपने प्रयासों के तहत अब सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से संपर्क किया है। मीडिया की एक रिपोर्ट में शनिवार को यह जानकारी सामने आई है। इससे कुछ दिन पहले जनरल बाजवा ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से 1.7 अरब डॉलर का महत्वपूर्ण राहत पैकेज दिलाने के लिए अमेरिका से मदद मांगी थी।
पाकिस्तान के दैनिक समाचार पत्र ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट के मुताबिक, जैसा कि आईएमएफ के कार्यकारी बोर्ड की इस महीने के अंत में बैठक होने वाली है, जिसमें पाकिस्तान के लिए औपचारिक रूप से 1.2 अरब अमेरिकी डॉलर की राशि की अगली किस्त को मंजूरी दी जाएगी। आईएमएफ चाहता है कि वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए पाकिस्तान अपने मित्र देशों की प्रतिबद्धता सुनिश्चित करे।
ऐसा माना जाता है कि आईएमएफ ने पाकिस्तान से कहा है कि वह इस बात की पुख्ता गारंटी दे कि उसके दोस्त उसकी बाहरी जरूरतों के लिए चार अरब डॉलर मुहैया कराएंगे। ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान आवश्यक धन मुहैया कराने के लिए सऊदी अरब, यूएई और चीन जैसे प्रमुख सहयोगियों के साथ बातचीत कर रहा है।
अप्रैल में जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सऊदी अरब की यात्रा की, तो वह खाली हाथ लौट आए क्योंकि रियाद ने उन्हें कोई पक्का आश्वासन नहीं दिया था। यूएई भी पाकिस्तान के बचाव में आने से हिचक रहा था। कर्ज देने के बजाय यूएई ने पाकिस्तान को शेयर और संपत्ति खरीदने की पेशकश की। ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट के मुताबिक माना जाता है कि पाकिस्तान की सेना ने वित्तीय मदद के लिए सऊदी अरब और यूएई दोनों ही देशों में अधिकारियों से बात की है।