पाक अधिकारियों ने डेनियल पर्ल हत्या के आरोपी को बरी किये जाने के खिलाफ पुनरीक्षण याचिका दायर की
By भाषा | Updated: January 29, 2021 21:02 IST2021-01-29T21:02:56+5:302021-01-29T21:02:56+5:30

पाक अधिकारियों ने डेनियल पर्ल हत्या के आरोपी को बरी किये जाने के खिलाफ पुनरीक्षण याचिका दायर की
(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, 29 जनवरी पाकिस्तानी अधिकारियों ने अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल के अपहरण एवं हत्या मामले में अलकायदा आतंकवादी अहमद उमर सईद शेख और उसके तीन सहयोगियों को बरी किये जाने के फैसले के खिलाफ शुक्रवार को देश के उच्चतम न्यायालय में एक पुनरीक्षण याचिका दायर की।
अमेरिका ने इस मामले के आरोपियों को बरी करने के पाकिस्तानी उच्चतम न्यायालय के फैसले पर ‘‘नाराजगी’’ जताई, जिसके कुछ ही घंटों बाद यह याचिका दायर की गई है।
सिंध के महाभियोजक फियाज शाह ने मीडिया से बात करते हुए इस बात की पुष्टि की है कि फैसले का पुनरीक्षण करने की मांग करते हुए एक याचिका दायर की गई है और न्यायालय से बरी करने के आदेश को वापस लेने का अनुरोध किया गया है।
सिंध सरकार ने याचिका में न्यायालय से अपने फैसले का पुनरीक्षण करने और आरोपियों की सजा बहाल करने का अनुरोध किया है तथा इसके लिए आदेश में कुछ खास त्रुटियों की ओर इशारा किया गया है।
सिंध सरकार ने उच्चतम न्यायालय में यह पुनरीक्षण याचिका दायर की है। गौरतलब है कि सिंध उच्च न्यायालय द्वारा आरोपियों को बरी करने का फैसला सुनाए जाने के बाद की गई अपील को शीर्ष न्यायालय ने बृहस्पतिवार को खारिज कर दिया था।
न्यायालय ने इस सनसनीखेज मामले में, ब्रिटेन में जन्मे शेख को रिहा करने का आदेश भी दिया है।
वर्ष 2002 में कराची में ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के दक्षिण एशिया ब्यूरो प्रमुख पर्ल (38) का उस समय अपहरण कर लिया गया था, जब वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और अलकायदा के बीच संबंधों पर एक खबर के लिए जानकारी जुटा रहे थे। इसके बाद सिर कलम करके उनकी हत्या कर दी गई थी।
शेख और उसके तीन सहयोगियों को इस मामले में दोषी ठहराया गया था और सजा सुनाई गई थी।
व्हाइट हाउस ने अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल के अपहरण एवं उनकी हत्या के मामले के आरोपियों को बरी करने के पाकिस्तानी उच्चतम न्यायालय के आदेश पर ‘‘नाराजगी’’ जताई।
इसके बाद, पाकिस्तान स्थित अमेरिकी दूतावास ने शुक्रवार को अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन का यह बयान साझा किया कि उनका देश पर्ल के लिए न्याय चाहता है।
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