लाइव न्यूज़ :

भारत ने लद्दाख को अवैध तरीके से केंद्र शासित प्रदेश बनाया, नहीं देते हैं मान्यता: चीन

By भाषा | Updated: September 29, 2020 20:24 IST

पत्रकार ने उनसे भारत के लद्दाख क्षेत्र में चीन से लगी सीमा पर में अधिक ऊंचाई वाले सड़क नेटवर्क के निर्माण को प्राथमिकता देने के संबंध में एक सवाल पूछा था।

Open in App
ठळक मुद्देचीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों में सैन्य उद्देश्यों के लिए भारत द्वारा बुनियादी ढांचे के निर्माण का विरोध करते हैं।चीन ने कहा कि दोनों देशों को सीमा क्षेत्रों में ऐसी किसी भी गतिविधि में संलिप्त नहीं होना चाहिए जिससे स्थिति और अधिक जटिल हो जाये।

बीजिंग: चीन ने मंगलवार को कहा कि वह लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों में सैन्य उद्देश्यों के लिए भारत द्वारा बुनियादी ढांचे के निर्माण का विरोध करता है। पड़ोसी देश ने कहा कि दोनों देशों को उन गतिविधियों से बचना चाहिए जिससे स्थिति सुलझने के बजाय और अधिक जटिल हो जाये।

पश्चिमी मीडिया के एक पत्रकार के सवाल के जवाब में यहां चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा, ‘‘चीन ने भारत की ओर से अवैध तरीके से बनाए गए केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को मान्यता नहीं दिया है।’’ पत्रकार ने उनसे भारत के लद्दाख क्षेत्र में चीन से लगी सीमा पर में अधिक ऊंचाई वाले सड़क नेटवर्क के निर्माण को प्राथमिकता देने के संबंध में एक सवाल पूछा था।

गौरतलब है कि पांच अगस्त, 2019 को जम्मू कश्मीर राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों में विभक्त किये जाने के एक दिन बाद चीन ने लद्दाख को एक अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाने के भारत के कदम का विरोध किया था तो विदेश मंत्रालय के तत्कालीन प्रवक्ता ने कहा था कि भारत अन्य देशों के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी नहीं करता है और इसी तरह अन्य देशों से भी इसी तरह की अपेक्षा करता है।

वांग ने कहा, ‘‘हम लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों में सैन्य उद्देश्यों के लिए भारत द्वारा बुनियादी ढांचे के निर्माण का विरोध करते हैं। दोनों देशों को सीमा क्षेत्रों में ऐसी किसी भी गतिविधि में संलिप्त नहीं होना चाहिए जिससे स्थिति और अधिक जटिल हो जाये।’’

चीन के सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का बड़े पैमाने पर विकास करने से संबंधित खबरों पर पूछे गये एक अन्य सवाल के जवाब में वांग ने कहा कि ‘‘कुछ संस्थानों’’ द्वारा जारी की गई वैसी खबरें ‘पूरी तरह से गलत हैं’ जिनमें कहा गया है कि चीन ने अपनी तरफ नये सैन्य अड्डे बनाये हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘चीन भारत के साथ हस्ताक्षरित समझौतों का पूरी तरह से पालन करता है। हम भारत के साथ सीमा पर शांति और स्थिरता का माहौल कायम करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और वहीं दूसरी ओर हम अपनी संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और सुरक्षा की दृढ़ता से रक्षा करते हैं।’’

वांग ने कहा कि लंबे समय से चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट अपनी तरफ गतिविधियों का संचालन कर रहा है और उसने हमेशा प्रासंगिक समझौतों का पालन किया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि भारतीय पक्ष भी उसी लक्ष्य के लिए काम करेगा और चीन के साथ मिलकर स्थिति को शांत करने और दोनों पक्षों द्वारा स्थिति को सामान्य बनाने के लिए किये जा रहे ठोस प्रयासों में जटिल कारकों को जोड़ने से बचेगा।’’  

टॅग्स :चीनलद्दाखइंडिया
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

विश्व अधिक खबरें

विश्व‘बार’ में गोलीबारी और तीन बच्चों समेत 11 की मौत, 14 घायल

विश्वड्रोन हमले में 33 बच्चों सहित 50 लोगों की मौत, आरएसएफ और सूडानी सेना के बीच जारी जंग

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद