अंतरराष्ट्रीय मीडिया में इस बात के कयास तेजी से लग रहे हैं कि उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन चीन के दौरे पर हैं। चीन की राजधानी बीजिंग में एक गेस्ट हाउस के बाहर बढ़ायी गयी अतिरिक्त सुरक्षा और चीन में उत्तर कोरियाई ट्रेन की मौजूदगी से इस कयास को बल मिला है। इस गेस्ट हाउस में उत्तर कोरिया के कई प्रमुख नेता पहले रुक चुके हैं। हालाँकि अभी तक किम जोंग उन के चीन आने या चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के बारे में कोई भी आधिकारिक सूचना नहीं आई है। चीन लम्बे समय से उत्तर कोरिया का पक्षधर रहा है। हालाँकि हाल ही में उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु हथियारों के विकास और लम्बी दूरी की मिसाइलों के परीक्षण को चीन ने सकारात्मक रूप से नहीं लिया। किम जोंग उन दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जाए-इन से अप्रैल के आखिरी हफ्ते में और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मई में मुलाकात कर सकते हैं।
जापानी मीडिया और एनटीवी के अनुसार बीजिंग के दियाओउतायी स्टेट गेस्टहाउस में सोमवार (26 मार्च) शाम को सैन्य सुरक्ष के साथ एक काफिला आया। काफिले के गेस्टाहाउस में आने के बाद सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गयी। चीने के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस बाबत किसी भी जानकारी से इनकार किया। उत्तर कोरिया के मीडिया ने भी इस बारे में कोई खबर नहीं चलायी है कि किम जोंग उन चीन गये हैं या नहीं। अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता राज शाह ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए किम जोंग उन के चीन दौरे की खबर की पुष्टि करने से इनकार कर दिया।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने भी उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर के चीन दौरे के खबर की पुष्टि करने से इनकार किया। एनटीवी के अनुसार ये ट्रेन उत्तर कोरिया से चीन जाने के रास्ते में पड़ने वाले कई स्टेशनों से गुजरी। एनटीवी के अनुसार हरी और पीली पट्टी वाली ये ट्रेन उस ट्रेन से काफी मिलती है जिसमें किम जोंग उन के पिता और उत्तर कोरिया के पूर्व सुप्रीम लीडर किम जोंग इल साल 2011 में चीन गये थे। उस विशेष ट्रेन में 21 डिब्बे थे। एनटीवी पर चलाए गये एक वीडियो में ट्रेन स्टेशन पर काली लीमोज़ीन का काफिला दिखा जो मेहमान की आगवानी के लिए पहुँचा था। वीडियो में स्टेशन पर चीनी सैनिक भी दिखे। वीडियो में किसी को भी ट्रेन से उतरते नहीं दिखाया गया।