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Nobel Prize, Literature: ओल्गा को 2018 और ऑस्ट्रिया के पीटर हैंडके को इस साल के साहित्य का नोबेल पुरस्कार

By विनीत कुमार | Updated: October 10, 2019 17:02 IST

साहित्य के इस साल यानी 2019 का नोबेल पुरस्कार ऑस्ट्रिया के लेखक पीटर हैंडके को दिया जाएगा। वहीं, 2018 के नोबेल पुरस्कार विजेता के रूप में ओल्गा टोकारजुक का नाम चुना गया है।

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ठळक मुद्देपिछले साल और इस साल के साहित्य के नोबेल पुरस्कार विजेताओं की घोषणापोलैंड की ओल्गा टोकारजुक को 2018 का नोबेल पुरस्कार, ऑस्ट्रिया के पीटर हैंडके को इस साल का नोबेल

साहित्य के पिछले साल और इस साल के नोबेल पुरस्कार विजेताओं की घोषणा कर दी गई है। साल 2018 का नोबेल पुरस्कार ओल्गा टोकारजुक को दिया जाएगा जबकि इस साल साहित्य का नोबेल पुरस्कार पीटर हैंडके को मिलेगा। पीटर हैंडके ऑस्ट्रिया के लेखक हैं।

वहीं, ओल्गा पोलैंड की रहने वाली हैं। ओल्गा 2018 के मैन बूकर इंटरनेशनल प्राइज की भी विजेता रही थीं। उन्हें उनकी उपन्यास 'फ्लाइट' के लिए यह अवॉर्ड दिया गया था। साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार जीतने वाली ओल्गा 15वीं महिला हैं। 1901 से अब तक कुल 116 लोगों को साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया जा चुका है। ओल्गो और हैंडके दोनों को पुरस्कार के तौर पर 9.12 लाख अमेरिकी डालर मिलेंगे।

ओल्गा को अपनी पीढ़ी की सबसे प्रतिभाशाली उपन्यासकार माना जाता है। उन्हें यह सम्मान, 'उस विमर्श की परिकल्पना के लिये दिया गया है जो जीवन के एक स्वरूप की हदें लांघने की विश्वव्यापी चाहत का प्रतिनिधित्व करती है।' नोबेल की स्वीडिश एकेडमी ने कहा कि दूसरी तरफ हैंडके ने 'उस प्रभावशाली काम के लिये यह पुरस्कार जीता जो भाषाई सरलता के साथ इंसानी अनुभवों की विशिष्टता की परिधि को टटोलती है।'

ओल्गा और पीटर हैंडके का परिचय

साल 1962 में जन्मीं ओल्गा ने अपने लेखन की शुरुआत 1993 से की। उन्होंने एक फिक्शन राइटर के तौर पर शुरुआत की। उनका तीसरा उपन्यास प्राविक आई इने सिजेसी (Prawiek i inne czasy) साल 1996 में आया जो काफी प्रचलित हुआ और उन्हें पहचान भी यहीं से मिली। वहीं, ऑस्ट्रियन लेखक पीटर का जन्म 1942 में हुआ। उनका पहला उपन्यास 'डी हॉर्निसिन' के नाम से 1966 में प्रकाशित हुआ। 

गौरतलब है कि स्वीडिश ऐकेडमी ने पिछले साल यौन उत्पीड़न की घटना के बाद उस वर्ष का पुरस्कार नहीं दिया था। पिछले वर्ष ऐकेडमी विवादों के साये में थी क्योंकि इसकी एक सदस्य के पति के खिलाफ बलात्कार का दोष सिद्ध हुआ था और उसे जेल भेजा गया था। 

इससे पहले बुधवार को रसायन विज्ञान के इस साल का नोबेल पुरस्कारों के विजेताओं की घोषणा की गई थी। रसायन का इस साल का नोबोले जॉन बी गुडइनफ, एम स्टैनले वाइटिंगम और अकिरा योशिनो को देने की घोषणा हुई है। इन्हें यह प्रतिष्ठित पुरस्कार लिथियम-आयन-बैट्री के विकास के लिए दिया जाएगा। लिथियम-आयन बैट्री को आज की तकनीक की दुनिया में नई क्रांति लाने का भी श्रेय मिलता है। ऐसी बैट्री हर रोज इस्तेमाल में आने वाली चीजों जैसे स्मार्टफोन, लैपटॉप और यहां तक कि इलेक्ट्रिक कारों के लिए बहुत उपयोगी है।

वहीं, भौतिकी का इस साल का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से जेम्स पीबल्स, मिशेल मेयर और डिडियेर क्वीलोज को देने की घोषणा हुई है। सप्ताह की शुरुआत में अमेरिकी अनुसंधानकर्ताओं विलियम कालिन और ग्रेग सेमेंजा और ब्रिटेन के पीटर रैटक्लिफ ने चिकित्सा क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा हुई थी।

टॅग्स :नोबेल पुरस्कारकला एवं संस्कृति
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