नोबेल शांति पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। इस साल यानी 2020 के लिए वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (WFP) को नोबेल शांति पुरस्कार देने की घोषणा हुई है। इस पुरस्कार की दौड़ में 318 उम्मीदवार शामिल थे। इसमें 211 लोग सहित 107 संगठन शामिल थे। साल 1901 से लेकर 2019 तक 100 नोबेल शांति पुरस्कार अब तक दिए गए हैं। इसमें 24 संगठन के भी नाम शामिल हैं।
इस साल के अवॉर्ड की घोषणा करते हुए नोबेल समिति की ओर से कहा गया कि संघर्ष से प्रभावित क्षेत्रों में शांति, प्रभावित क्षेत्रों में भूख से लड़ने में अहम भूमिका निभाने और युद्ध क्षेत्र में भूख को हथियार बनाने से बचाने की कोशिश के लिए नोबेल शांति पुरस्कार WFP को दिया जा रहा है।
WFP दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय संगठन है जो भूख के खिलाफ जंग और खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के मुद्दे पर काम करता है। साल 2019 में WFP ने 88 देशों में 10 करोड़ लोगों को सहायता पहुंचाने का काम किया।
नोबेल शांति पुरस्कार दुनिया से सबसे सम्मानित पुरस्कारों में से एक है। इसे लेकर नॉर्वे की नोबेल समिति हमेशा पूरी गोपनीयता बरतती है। इसके बावजूद विजेता की घोषणा से पहले अटकलें लगती रहती हैं।
इस बार, अटकलें लगाई जा रही थी कि इस साल का शांति पुरस्कार जलवायु कार्यकर्ता एवं स्वीडन की नागरिक ग्रेटा थनबर्ग, नर्व एजेंट हमले से उबर रहे रूस के नेता अलेक्सेई नवलनी और कोरोना वायरस संकट से निपटने में भूमिका के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन में से किसी को दिया जा सकता है। हालांकि नामांकन के लिए अंतिम समय सीमा एक फरवरी थी।
नोबेल पुरस्कार के तहत स्वर्ण पदक, एक करोड़ स्वीडिश क्रोना (तकरीबन 8.27 करोड़ रूपये) की राशि दी जाती है। स्वीडिश क्रोना स्वीडन की मुद्रा है। यह पुरस्कार स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल के नाम पर दिया जाता है।
इससे पहले, रसायन विज्ञान और भौतिकी सहित कई क्षेत्रों में इस साल के नोबेल पुरस्कार की घोषणा की जा चुकी है। अर्थशास्त्र के क्षेत्र में इस पुरस्कार की घोषणा अभी बाकी है।
इससे पहले गुरुवार को अमेरिकी कवयित्री लुईस ग्लिक को 2020 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा हुई। वहीं, रसायन विज्ञान के क्षेत्र में 2020 का नोबेल पुरस्कार दो महिला वैज्ञानिकों को देने की घोषणा की पहले की जा चुकी है। यह पुरस्कार एमैनुएल चारपेंटियर और जेनिफर ए. डॉडना को देने की घोषणा की गई है।