बाल कल्याण फंड के घोटाले के आरोप में घिरी इस देश की सरकार, तो पूरे कैबिनेट ने दिया इस्तीफा
By अनुराग आनंद | Published: January 16, 2021 01:02 PM2021-01-16T13:02:07+5:302021-01-16T13:12:32+5:30
घोटाले के आरोप के बाद जांच दल ने पाया कि बाल कल्याण भुगतानों में काफी ज्यादा हेरा-फेरी हुई है। इसके बाद मार्क रुटे ने कैबिनेट के साथ इस्तीफा देने का फैसला किया।
नई दिल्ली: आमतौर पर देखा गया है कि घोटाले के आरोप के बावजूद नेता अपनी कुर्सी को बचाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। काफी कम मौके ऐसे आए हैं, जब खुद पर लग रहे किसी आरोप के तुरंत बाद कोई नेता अपनी गलती को स्वीकार कर या फिर निर्दोष साबित होने तक के लिए पद छोड़ दे।
यह जानकर आपको हैरानी होगी कि नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुटे और उनकी पूरी कैबिनेट ने बाल कल्याण भुगतानों की जांच से जुड़े से एक घोटाले की राजनीतिक जिम्मेदारी लेते हुए शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया है।
द गार्डियन के मुताबिक, जांच में पता चला है कि इस घोटाले में अभिभावकों पर गलत रूप से धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था। इस आरोप पर जांच के बाद ही सरकार ने इस्तीफा देने का मन बना लिया।
नीदरलैंड में चुनाव होने तक मार्क रुटे की सरकार ही कार्यभार संभालेगी-
हालांकि, रुटे की सरकार अभी 17 मार्च को नीदरलैंड में चुनाव के बाद नई सरकार के गठन होने तक कार्यभार संभालेगी। टेलिविजन पर देश को संबोधित अपने भाषण में रुटे ने कहा कि उन्होंने अपने फैसले के बारे में नीदरलैंड के सम्राट विलियम अलेक्जेंडर को सूचित कर दिया था और वादा किया था कि उनकी सरकार प्रभावित माता-पिता को जल्द से जल्द मुआवजा देने और कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए काम करना जारी रखेगी।
प्रधानमंत्री मार्क रुटे बोले पूरी प्रणाली विफल रही तो जिम्मेदारी लेनी होगी-
मार्क रुटे ने कहा, 'हम सभी का मानना है कि यदि पूरी प्रणाली विफल हो गई है तो, हम सभी को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और...हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि मैंने पूरी कैबिनेट के इस्तीफे की सम्राट के समक्ष पेशकश की।' रुटे के इस्तीफे के बाद, उनके इस पद पर बने रहने के एक दशक का समापन हो गया।
चुनाव में मार्क रुटे की पार्टी को बढ़त मिलने की संभावना-
हालांकि, उनकी पार्टी को चुनाव जीतने की उम्मीद है और अगली सरकार बनाने के वास्ते वार्ता शुरू करने की स्थिति में वह सबसे आगे हैं। यदि वह नया गठबंधन बनाने में सफल हो जाते है तो रुटे के फिर से प्रधानमंत्री बनने की संभावना है। माना यह भी जा रहा है कि घोटाले के आरोप के बाद गलती स्वीकार कर पूरी सरकार के इस्तीफे के बाद लोगों के मन में मार्क की छवि खराब होने की बजाय और बेहतर हो सकती है।