लाइव न्यूज़ :

Myanmar Typhoon Yagi: तूफान यागी तबाही, 226 की मौत और 77 घायल, वियतनाम में 300 और थाईलैंड में 42 की मौत, आंकड़े और बढ़ेंगे, भारत ने ‘‘अभियान सद्भाव’’ शुरू किया, देखें वीडियो

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 17, 2024 15:26 IST

Myanmar Typhoon Yagi: आसियान मानवीय सहायता समन्वय केंद्र के मुताबिक, तूफान यागी ने सबसे पहले वियतनाम, उत्तरी थाईलैंड और लाओस को प्रभावित किया था।

Open in App
ठळक मुद्देMyanmar Typhoon Yagi: वियतनाम में करीब 300, थाईलैंड में 42 और लाओस में चार लोगों की मौत हुई थी। Myanmar Typhoon Yagi: गृह युद्ध से प्रभावित देश में संचार दिक्कतों के चलते हताहतों की संख्या पता लगाने का काम धीमा है।Myanmar Typhoon Yagi: ‘सद्भाव’ अभियान के तहत जरूरी राहत सामग्री भेजी।

Myanmar Typhoon Yagi: म्यांमा में पिछले सप्ताह आए तूफान यागी और मानसून की बारिश की वजह से आयी बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में कम से कम 226 लोगों की मौत हो गई है तथा 77 लोग लापता हैं। सरकारी मीडिया ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सरकारी ‘म्यांमा एलिन्न’ की ओर से बताई गई मृतकों की संख्या शुक्रवार को बताए गए शुरुआती आंकड़ों का करीब सात गुना है और ऐसी आशंका है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि गृह युद्ध से प्रभावित देश में संचार दिक्कतों के चलते हताहतों की संख्या पता लगाने का काम धीमा है।

आसियान मानवीय सहायता समन्वय केंद्र के मुताबिक, तूफान यागी ने सबसे पहले वियतनाम, उत्तरी थाईलैंड और लाओस को प्रभावित किया था। वियतनाम में करीब 300, थाईलैंड में 42 और लाओस में चार लोगों की मौत हुई थी। भारत ने वियतनाम, लाओस और म्यांमा को एक बड़े तूफान के प्रभाव से निपटने में मदद पहुंचाने के लिए रविवार को ‘सद्भाव’ अभियान के तहत जरूरी राहत सामग्री भेजी।

इस साल एशिया का सबसे शक्तिशाली तूफान बताए जा रहे ‘यागी’ के प्रभाव से म्यांमा, लाओस और वियतनाम के विभिन्न हिस्से भयंकर बाढ़ की चपेट में हैं। दक्षिण चीन सागर में उठे इस तूफान के प्रभाव से एक सप्ताह पहले भूस्खलन की घटनाएं हुई। विदेश मंत्रालय ने कहा कि ‘‘अभियान सद्भाव’’ भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति के अनुरूप आसियान (दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन) क्षेत्र में मानवीय सहायता और आपदा राहत में योगदान देने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है। भारत ने वियतनाम को 10 लाख अमेरिकी डॉलर और लाओस को एक लाख अमेरिकी डॉलर की मानवीय राहत सहायता भेजी है।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि राशन, कपड़े और दवाइयों समेत 10 टन राहत सामग्री नौसेना के जहाज आईएनएस सतपुड़ा से म्यांमा भेजी गयी है। भारतीय वायु सेना के एक सी-17 सैन्य परिवहन विमान ने लाओस में 10 टन राहत सामग्री पहुंचाई, जबकि वियतनाम को 35 टन सहायता भेजी जा रही है।

जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘भारत ने अभियान सद्भाव शुरू किया है। तूफान यागी से प्रभावित लोगों के साथ अपनी एकजुटता प्रदर्शित करते हुए, भारत म्यांमा, वियतनाम और लाओस को सहायता भेज रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सूखा राशन, कपड़े और दवाइयों सहित 10 टन सहायता आज भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस सतपुड़ा से म्यांमा भेजी गयी।’’

विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘वायुसेना का विमान वियतनाम के लिए 35 टन सहायता लेकर जा रहा है जिसमें जल शोधन सामग्री, पानी के कंटेनर, कंबल, रसोई के बर्तन, सौर लालटेन शामिल हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ लाओस के लिए 10 टन सहायता भेजी जा रही है जिसमें जेनसेट, जल शुद्धिकरण सामग्री, स्वच्छता सामग्री, मच्छरदानी, कंबल और ‘स्लीपिंग बैग’ शामिल हैं।’’ विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार ने तूफान यागी के कारण आई बाढ़ के मद्देनजर आपातकालीन मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए ‘अभियान सद्भाव’ शुरू किया है।

टॅग्स :म्यांमारनरेंद्र मोदीVietnamS Jaishankar
Open in App

संबंधित खबरें

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

भारतपीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को भेंट की भगवत गीता, रशियन भाषा में किया गया है अनुवाद

विश्व अधिक खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका