वाशिंगटन, 08 मई: अमेरिका में परमानेंट नागरिक बनने के लिए लाइन में सबसे ज्यादा भारतीय लगे हुए हैं. अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवाओं (यूएससीआईएस) ने इस चौंकाने वाले रिपोर्ट का खुलासा किया है. स्थायी नागरिकता के लिए कतार में लगे नागरिकों में तीन चौथाई संख्या सिर्फ भारतीय नागरिकों की ही है. इससे ज्यादा चौकाने वाली बात यह है कि इस लिस्ट में किसी भी पाकिस्तानी नागरिक का नाम शामिल नहीं है.
यूएससीआईएस द्वारा ताजा जारी आकड़ों के अनुसार मई 2018 तक 395,025 विदेशी नागरिक अमेरिका की स्थायी नागरिकता पाने के लिए रोजगार आधारित प्राथमिकता श्रेणी में कतार में हैं, जिनमें से अकेले 306,601 नागरिक भारत के हैं.
चीन के नागरिक भारत के बाद दूसरे स्थान पर हैं जो नागरिकता के लिए लाइन में लगे हैं. चीनी नागरिकों की संख्या 67,031 है जिनको अमेरिकी ग्रीन कार्ड का इंतज़ार है. अन्य देश के नागरिको में अल सल्वाडोर (7252), ग्वाटेमाला (6,027), होंडुरास (5,402), फिलीपीन (1,491), मैक्सिको (700) और वियतनाम (521) शामिल हैं लेकिन उनकी संख्या 10000 के आकड़े से बेहद काम है.
अमेरिका के मौजूदा कानून के अनुसार किसी भी फाइनेंसियल ईयर में अधिकतम 7 प्रतिशत नागरिकों को ही ग्रीन कार्ड दिया जा सकता है, जिस वजह से भारतीय प्रोफेशनली एजुकेटेड नागरिकों को लम्बा इंतज़ार करना पड़ रहा है. यह इंतज़ार 70 साल तक लम्बा हो सकता है.