मेक्सिको ने दी बोलीविया के राष्ट्रपति को शरण, हंगामे और प्रदर्शन के बाद दिया था इस्तीफा
By भाषा | Published: November 12, 2019 11:09 AM2019-11-12T11:09:47+5:302019-11-12T11:09:47+5:30
इवो मोरालेस बोलीविया की मूल निवासी आबादी के राष्ट्रपति बनने वाले पहले सदस्य थे और वह 13 साल नौ महीने तक सत्ता में रहे जो देश के इतिहास में सबसे बड़ा कार्यकाल है।
मेक्सिको ने बोलीविया के पूर्व राष्ट्रपति इवो मोरालेस को देश में शरण दी है। मोरालेस ने चुनाव नतीजों में गड़बड़ी के आरोपों के बाद सेना और जनता के बढ़ते दबाव के बीच रविवार को इस्तीफा दे दिया था। मेक्सिको के विदेश मंत्री मार्सेलो एबरार्ड ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘कुछ मिनट पहले ही मुझे पूर्व राष्ट्रपति इवो मोरालेस का फोन आया था, जिसमें उन्होंने हमारे प्रस्ताव का जवाब दिया और मौखिक एवं औपचारिक रूप से देश में राजनीतिक शरण देने का अनुरोध किया।’
उन्होंने कहा, ‘मेक्सिको के विदेश मंत्रालय ने गृह मंत्री ओल्गा सांचेज़ कॉर्डेरो से विचार-विमर्श के बाद मानवीय आधार पर उन्हें शरण देने का निर्णय लिया। बोलीविया में मोरालेस की जान को खतरा है।’
हालांकि उन्होंने इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया कि मोरालेस कब मेक्सिको पहुंचेंगे ।वहीं पेरू के सैन्य सूत्रों ने जानकारी दी है कि बोलीविया से मोरालेस को लाने के लिए मेक्सिको वायु सेना का विमान पेरू की राजधानी लीमा पहुंच गया है। सूत्रों ने बताया, ‘हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि पूर्व राष्ट्रपति को ले कर विमान कब उड़ान भरेगा।’
गौरतलब है कि मोरालेस बोलीविया की मूल निवासी आबादी के राष्ट्रपति बनने वाले पहले सदस्य थे और वह 13 साल नौ महीने तक सत्ता में रहे जो देश के इतिहास में सबसे बड़ा कार्यकाल है। हालांकि, पिछले महीने चौथी बार चुनाव जीतने के उनके दावे ने देश में अशांति पैदा कर दी। उनके समर्थकों तथा प्रतिद्वंद्वियों के बीच झड़पों में तीन लोगों की मौत हो गयी और 100 से अधिक घायल हो गए।
इससे पहले रविवार को ऑर्गेनाइजेशन ऑफ अमेरिकन स्टेट्स (ओएएस) ने एक रिपोर्ट में कहा कि उसने 20 अक्टूबर को हुए चुनाव में ‘कई अनियमितताएं’ पायी हैं और देश में नया चुनाव होना चाहिए। मोरालेस इस पर राजी हो गए लेकिन कुछ ही घंटों के भीतर सेना प्रमुख जनरल विलियम्स कलीमन ने स्पष्ट कर दिया कि यह पर्याप्त नहीं होगा।
मोरालेस सबसे पहले 2006 में निर्वाचित हुए थे और दक्षिण अमेरिका के गरीब देश को आर्थिक वृद्धि की राह पर ले गए। उन्होंने सड़कों को पक्का करने, बोलीविया के पहले उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजने और महंगाई पर लगाम लगाने जैसे महत्वपूर्ण काम किए।