नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने बर्मिंघम में रचाई शादी, शेयर की निकाह की तस्वीरें
By विनीत कुमार | Published: November 10, 2021 07:39 AM2021-11-10T07:39:23+5:302021-11-10T07:43:21+5:30
मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai) ने निकाह कर लिया है। उन्होंने इसकी तस्वीरें मंगलवार को सोशल मीडिया पर शेयर की हैं।
बर्मिंघम: नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई शादी के बंधन में बंध गई हैं। उन्होंने इसकी पुष्टि निकाह की कुछ तस्वीरें ट्विटर पर शेयर करते हुए की हैं। मलाला ने बताया कि मंगलवार को इस मौके पर इंग्लैंड के बर्मिंघम शहर में स्थित उनके घर में एक छोटा समारोह आयोजित किया गया था।
मलाला ने लिखा, 'आज का दिन मेरे जीवन के लिए बेहद खास है। एसर और मैंने जीवन भर का साथी बनने क लिए शादी कर ली है। हमने बर्मिंघम में अपने घर में परिवार वालों के साथ एक छोटा निकाह समारोह आयोजित किया। हमें अपनी दुआएं दें। हम एक साथ जीवन की आगे की यात्रा के लिए उत्साहित हैं।'
ट्विटर पर शेयर तस्वीरों में मलाला निकाह के मौके पर टी पिंक रंग का आउटफिट सहित ज्वैलरी पहनी नजर आ रही हैं। वहीं उनके पति एसर ने भी एक साधारण सूट पहना है।
Today marks a precious day in my life.
— Malala (@Malala) November 9, 2021
Asser and I tied the knot to be partners for life. We celebrated a small nikkah ceremony at home in Birmingham with our families. Please send us your prayers. We are excited to walk together for the journey ahead.
📸: @malinfezehaipic.twitter.com/SNRgm3ufWP
मलाला के पिता जियाउद्दीन यूसुफजई ने भी ट्विटर पर बेटी की शादी की जानकारी दी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'यह शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है। तूर पेकाई और मैं खुशी से गदगद हैं।'
तालिबान के हमले में बची थीं मलाला
लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज उठाने का चेहरा बन चुकीं मलाला 2012 में दुनिया भर में उस समय चर्चा में आईं जब तालिबान ने उन्हें गोली मार दी थीं। ये घटना नॉर्दर्न पाकिस्तान के स्वात वैली की मिंगोरा की है। मलाला उस समय लड़कियों के लिए शिक्षा की आवाज उठा रही थीं।
पूरी दुनिया से तब मलाला को समर्थन हासिल हुआ। मलाल पर तालिबानी आतंकियों ने उस समय हमला किया जब वह स्कूल से घर लौट रही थीं। ब्रिटेन में लंबे इलाज के बाद वह ठीक हुईं और एक बार फिर अपने अभियान में जुट गईं।
साथ ही इस घटना के बाद उन्हें पाकिस्तान छोड़ना पड़ा और वे परिवार सहित इंग्लैंड शिफ्ट हो गई। ये घटना जब हुई तब मलाला केवल 15 साल की थीं। मलाला को 17 साल की उम्र में 2014 में नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया। वे सबसे कम उम्र में ये पुरस्कार हासिल करने वाली शख्सियत हैं।