Kabul Attack: हमले में खो दिए परिवार के 7 लोग, पीड़ित अफगान सिख बोला- मेरी आंखों के सामने मां-पत्नी और...
By भाषा | Published: March 27, 2020 07:55 PM2020-03-27T19:55:59+5:302020-03-27T19:55:59+5:30
अफगानिस्तान में अल्पसंख्यकों सिखों पर यह सबसे घातक हमलों में एक था, जिसमें कम से कम 25 लोगों की जान चली गयी।
अफगानिस्तान के काबुल में हुए भयावह हमले का जिक्र करते हुए अपार सिंह ने कहा, ‘उन्होंने सभी को मार डाला, कोई जिंदा नहीं बचा'। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक प्रमुख गरुद्वारे पर बुधवार को हथियारों से लैस एक आत्मघाती आतंकवादी ने पर हमला किया जिसमें कम से कम 25 लोगों की जान चली गयी। समझा जाता है कि हमलावर पाकिस्तान के हक्कानी ग्रुप से जुड़ा था।
अफगानिस्तान में अल्पसंख्यकों सिखों पर यह सबसे घातक हमलों में एक था। टोलो न्यूज के अनुसार अपने परिवार के सभी सदस्यों को गंवा चुके कई अफगान सिख सवाल कर रहे हैं कि आखिर उनका गुनाह क्या था। अखबार के अनुसार कई प्रभावित परिवार इस हमले को मानवता के खिलाफ अपराध करार दे रहे हैं।
इस हमले में अपने परिवार के सात सदस्यों को खो चुके एक व्यक्ति ने कहा कि हमलावर ने पुरुष-महिला और बच्चों पर गोलियां चलायी और उसने किसी पर भी रत्ती भर दया नहीं दिखायी। हरविंदर सिंह नामक इस व्यक्ति ने कहा, ‘‘उन्होंने मेरी मां, मेरी पत्नी और मेरे छोटे बच्चे को मेरी आंखों के सामने गोलियां दागकर मार डाला।’’
इस हमले में अपनी मां को गंवा बैठे एक अन्य व्यक्ति ने कहा, ‘‘मेरी मां का क्या अपराध था और देश के अल्पसंख्यकों को इस तरह क्यों निशाना बनाया जा रहा है।’’
उसके एक अन्य रिश्तेदार ने कहा, ‘‘हमारा गुनाह क्या है? आईए और हमारे गुनाहों के बारे में बताइए। क्या हमने मुसलमानों के प्रति कुछ किया है?’’ अपार सिंह नामक एक अन्य प्रभावित व्यक्ति ने कहा, ‘‘ उन्होंने सभी को मार डाला, कोई जिंदा नहीं बचा।’’