विकीलीक्स संस्थापक जूलियन असांज ने अमेरिका में प्रत्यर्पण के खिलाफ कानूनी लड़ाई शुरू की, अगली सुनवाई 30 मई को
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 2, 2019 07:41 PM2019-05-02T19:41:22+5:302019-05-02T19:41:22+5:30
असांज ने न्यायाधीश माइकल स्नो से कहा कि वह अमेरिका भेजे जाने के लिए अपनी सहमति नही देंगे । उन्होंने कहा, ‘‘ मैं खुद प्रत्यर्पित होने की इच्छा नहीं रखता हूं क्योंकि मेंने पत्रकारिता की है और इस काम के लिए कई अवॉर्ड जीते हैं और कई लोगों की जिंदगिंया बचाई है।’’
विकीलीक्स संस्थापक जूलियन असांज ने अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाने के खिलाफ बृहस्पतिवार को कानूनी लड़ाई शुरू कर दी। उन पर अमेरिकी सरकार के गोपनीय दस्तावेजों को कथित तौर पर लीक करने का आरोप है। असांज लंदन के बेलमार्श जेल से एक वीडियो लिंक के जरिए वेस्टमिनस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में पेश हुए थे।
उन्हें जमानत शर्तों का उल्लंघन करने के मामले में बुधवार को 50 सप्ताह की सजा सुनाई गई है। असांज ने न्यायाधीश माइकल स्नो से कहा कि वह अमेरिका भेजे जाने के लिए अपनी सहमति नही देंगे । उन्होंने कहा, ‘‘ मैं खुद प्रत्यर्पित होने की इच्छा नहीं रखता हूं क्योंकि मेंने पत्रकारिता की है और इस काम के लिए कई अवॉर्ड जीते हैं और कई लोगों की जिंदगिंया बचाई है।’’
इस सुनवाई के साथ ही प्रत्यर्पण की लंबी कानूनी प्रक्रिया शुरू हो गई। इस मामले की अगली सुनवाई 30 मई को होगी।