जो बाइडन G20 बैठक में हिस्सा लेने के बाद भारत से जाएंगे वियतनाम, बढ़ाएंगे चीन के मुकाबले अमेरिकी प्रभुत्व
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 8, 2023 02:32 PM2023-09-08T14:32:26+5:302023-09-08T14:47:25+5:30
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन अमेरिकी प्रभाव को बढ़ाने के मिशन पर रविवार को भारत से वियतनाम पहुंचेंगे।
हनोई: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन अमेरिकी प्रभाव को बढ़ाने के मिशन पर रविवार को भारत से वियतनाम पहुंचेंगे। जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति बाइडन दक्षिण पूर्व एशिया में अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वी देश चीन के मुकाबले अमेरिकी प्रभुत्व को बढ़ाने के मकसद से ऐसा करने वाले हैं।
साल 2000 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के बाद जो बाइडन दूसरे राष्ट्रपति होंगे, जो दक्षिण पूर्व एशियाई के पूर्व दुश्मन देश की यात्रा करेंगे। बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति बाइडन शुक्रवार शाम में जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत पहुंचेंगे, उसके बाद रविवार को वो दिल्ली से वियतनाम के लिए रवाना होंगे।
इस संबंध में अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने एक ब्रीफिंग में कहा, "दशकों से अमेरिका और वियतनाम ने वियतनाम युद्ध की दर्दनाक साझा विरासत को भुलाने के लिए मिलकर काम किया है।"
उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडन की यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा, "यह यात्रा अमेरिका और वियतनाम के राजनयिक संबंधों को मजबूत करने में एक उल्लेखनीय कदम है और इस यात्रा के जरिये वियतनाम इंडो-पैसिफिक में अमेरिकी साझेदारी के बढ़ते नेटवर्क में अहम भूनिका निभाएगा।"
वहीं व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया है कि राष्ट्रपति बाइडन रविवार को वियतनाम की राजधानी हनोई में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के नेता गुयेन फुट्रोंग से मुलाकात करेंगे।
इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति के स्वागत में एक समारोह का आयोजन होगा, जिसके बाद दोनों नेता भाषण देंगे और उसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी होगी।
राष्ट्रपति बाइडन सोमवार को राष्ट्रपति वो वान थुओंग और प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह से मुलाकात करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि बाइडन हनोई में राजनयिक संबंधों को लेकर वियतनाम के साथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी के समझौते पर हस्ताक्षर भी करेंगे।
इस संबंध में सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज के ग्रेगरी पोलिंग ने कहा कि वियतनाम के लिए राजनयिक संबंधों के पदानुक्रम में भागीदार देशों का स्थान महत्वपूर्ण है। इस क्रम में वियतनाम के रूस, भारत, दक्षिण कोरिया और चीन के साथ समान स्तर के संबंध हैं और इस यात्रा में बाइडन की नज़र चीन पर है क्योंकि बीजिंग एशिया में अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए गहन प्रयास कर रहे हैं।