इजरायल के लिए अब ये नई क्रिप्टोकरेंसी बनी सिरदर्द, हिजबुल्लाह से लेकर हमास आतंक फैलाने में कर रहे इस्तेमाल
By आकाश चौरसिया | Published: November 27, 2023 06:15 PM2023-11-27T18:15:19+5:302023-11-27T18:32:12+5:30
हमास और हिजबुल्लाह अब इस क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल आतंक फैलाने के लिए कर रहे हैं। इसके चलते ये क्रिप्टो इजरायल के लिए सिरदर्द बन गई है क्योंकि कहीं न कहीं ईरान भी इन्हें समर्थन कर रहा है।
नई दिल्ली: इजरायल हमास आतंकवादियों के साथ उनके वित्तपोषण से भी लड़ रहा है, क्योंकि ईरान उन्हें कहीं न कहीं सपोर्ट कर रहा है। यह हिजबुल्लाह से हमास तक यह समस्या आ साफ है, क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी नेटवर्क ट्रॉन का इस लड़ाई में तेजी से विस्तार हो रहा है।
सात वित्तीय अपराध विशेषज्ञों और ब्लॉकचेन जांच विशेषज्ञों के दिए इंटरव्यू के अनुसार, ट्रॉन ने उन समूहों को लेन-देने के मामले में क्रिप्टोकरेंसी जैसा एक मंच मुहैया कराकर अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी बिटकॉइन को पीछे छोड़ दिया है। इन देशों को इजराइल, अमेरिका और अन्य देशों द्वारा आतंकवादी संगठनों के रूप में नामित किया गया है। ट्रॉन बिटकॉइन से भी तेज और कम महंगा है।
राइटर्स विश्लेषकों के मुताबिक, 143 से अधिक ट्रॉन वॉलेट इन आतंकवादियों संगठन से जुड़ा है और इसका आतंकवादी संगठन गंभीर आतंकी अपराध को फैलाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। इजरायल नेशनल ब्यूरो फॉर काउंटर टेरर फिनासेसिंग (एनबीसीटीएफ), जो इन जब्तियों को करने का प्रभारी है ने जुलाई 2021 और अक्टूबर 2023 के बीच फ्रीज कर दिया।
7 अक्टूबर, 2023 को इजराइल के खिलाफ हमास के हमलों में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे। इजराइल की ओर से गाजा पर की गई गोलाबारी और जमीनी हमले में लगभग 14,000 लोग मारे गए हैं। इजराइल ने हमास के वित्तीय स्रोतों की जांच तेज करके जवाब दिया है।
इजरायल ने 2023 में 87 ट्रॉन करेंसी सीज कर दी हैं, इस साल आधे से ज्यादा अकाउंट पर इजरायल ने ताला मारा है। इजरायल ने दावा किया है कि 39 ट्रॉन वॉलेट जून में हिजबुल्लाह ने लेबनान के अधिकार में थे। वहीं दूसरे 26 अकाउंट भी कहीं न कहीं फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद से जुड़े हुए पाए गए।