लाइव न्यूज़ :

दक्षिण अफ्रीका को अलग-थलग करने से ओमीक्रोन को रोकने में मदद नहीं मिलेगी :शीर्ष महामारीविद

By भाषा | Updated: December 1, 2021 16:14 IST

Open in App

(फाकिर हसन)

जोहानिसबर्ग, एक दिसंबर कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से दक्षिण अफ्रीका में आने वाले दिनों में संक्रमण के मामलों में तीव्र वृद्धि होने की आशंका जताते हुए देश के एक प्रमुख महामारीविद ने कहा है कि उनके देश को अलग-थलग करने से वायरस के इस नये स्वरूप को रोकने में मदद नहीं मिलेगी।

प्रोफेसर अब्दुल करीम ने करीब 20 देशों द्वारा दक्षिण अफ्रीका और इसके पड़ोसी देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह कहा। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका को अलग-थलग करने से ओमीक्रोन स्वरूप को रोकने में मदद नहीं मिलेगी क्योंकि अन्य देशों में यह नया स्वरूप पहले ही सामने आ चुका है।

दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों ने पिछले हफ्ते ओमीक्रोन स्वरूप का पता चलने की घोषणा की थी।

राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के राष्ट्र के नाम संबोधन के मद्देनजर, स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में करीम ने कहा, ‘‘11 देश ओमीक्रोन के मामलों की अपने यहां पुष्टि होने की जानकारी दे रहे हैं। इसलिए दक्षिण अफ्रीका को अलग-थलग करना असल में मदद नहीं करने जा रहा क्योंकि जल्द ही कई अन्य देश भी वायरस के प्रसार के लिए जगह बनने जा रहे हैं। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमने जो कुछ भी देखा, वह बगैर सोचे समझे व्यक्त की गई प्रतिक्रिया थी। ’’

रामफोसा ने यात्रा प्रतिबंध को अनुचित और भेदभावपूर्ण बताया है।

करीम ने कहा, ‘‘जब हमें वायरस के खिलाफ एक दूसरे के साथ खड़े होने की जरूरत है, तब हम एक दूसरे के खिलाफ खड़े हैं, हमने दुश्मन को समझे बगैर और उससे एकजुट होकर निपटने के तरीके ढूंढने के बजाय एक दूसरे के बीच दीवार खड़ी कर दी है।’’

करीम ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए पहले से मौजूद रणनीतियां नये स्वरूप से निपटने के लिए पर्याप्त हैं। उन्होंने आने वाले दिनों में संक्रमण के मामलों में वृद्धि होने की आशंका जताई है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम अत्यधिक संक्रामकता की संभावना की उम्मीद कर सकते हैं, इसलिए शीघ्रता से कहीं अधिक मामले सामने आएंगे। हम इसका पूर्व साक्ष्य देख रहे हैं। मुझे लगता है कि सप्ताह के अंत तक प्रतिदिन 10,000 से अधिक मामले सामने आ सकते हैं। हम अगले दो-तीन हफ्तों में अस्पतालों पर दबाव पड़ता देखेंगे। ’’

करीम ने वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए लोगों से भीड़ से बचने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सबसे बड़ी चुनौती बड़े समागम को रोकने की होगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ओमीक्रोन का सबसे पहले बोत्सवाना में पता चला और फिर शीघ्र ही दक्षिण अफ्रीका में इसका पता चला। इतनी शुरूआत में इसका पता चलना हमारे देश में विज्ञान में किये गये निवेश की वैज्ञानिक सफलता का प्रतीक है। दक्षिण अफ्रीका और विश्व को अब इस वैज्ञानिक सफलता का लाभ उठाने की जरूरत है।’’

सोमवार को देश में संक्रमण के 4,373 मामले सामने आये, जो रविवार के 2,273 मामलों की तुलना में करीब दोगुना हैं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्टFaridabad: होटल में ले जाकर महिला शूटर से दुष्कर्म, तीन लोग गिरफ्तार

भारतVB-G RAM G Bill: 'जी राम जी' विधेयक पारित होने पर विपक्ष का विरोध, रात भर संसद के बाहर दिया धरना

भारतBihar: घने कोहरे और शीतलहर का असर, बिहार में स्कूलों का समय बदला; जानें नई टाइमिंग

कारोबारअमेरिकी टैरिफ ने वाट लगा दी है कश्‍मीर के पेपर माशी व्‍यापार पर

क्राइम अलर्टड्रग्स तस्करी रोकना तो बस एक बहाना है...!

विश्व अधिक खबरें

विश्वयुवा नेता की मौत से फिर सुलग उठा बांग्लादेश, भारतीय दूतावास पर फेंके गए पत्थर; प्रमुख मीडिया कार्यालयों में लगाई आग

विश्व‘ऑर्डर ऑफ ओमान’ सम्मान से नवाजा?, पीएम मोदी को अब तक दूसरे देशों में 28 से अधिक उच्चतम नागरिक सम्मान, देखिए लिस्ट

विश्वभगोड़े मेहुल चोकसी को बेल्जियम कोर्ट से नहीं मिली राहत, सर्वोच्च अदालत ने भारत प्रत्यर्पण दी की मंजूरी

विश्व1 जनवरी 2026 से लागू, 20 और देशों पर यात्रा प्रतिबंध?, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा, देखिए सूची

विश्वIndia-Israel: विदेश मंत्री जयशंकर की इजरायली पीएम नेतन्याहू से मुलाकात, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा