Iran–Israel conflict: पश्चिम एशिया में छिड़ सकती है बड़ी जंग, इजरायल ने हमलों का जवाब देने की बात कही, परमाणु संयंत्रों हो सकते हैं निशाने पर
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: April 16, 2024 11:07 AM2024-04-16T11:07:26+5:302024-04-16T11:08:32+5:30
दोनों देशों के बीच दशकों से जारी दुश्मनी के बीच ईरान ने पहली बार इजरायल पर सीधे तौर पर सैन्य हमला किया। ईरान ने इजराइल पर हमले के दौरान सैंकड़ों ड्रोन, बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइल दागीं।
Iran attacks on Israel: पश्चिम एशिया में कभी भी एक बड़ी जंग छिड़ सकती है। इजरायल के सैन्य प्रमुख का कहना है कि इज़रायल ईरान के मिसाइल हमले का जवाब देगा। आशंका है कि ईरान के नताँज़ शहर पर हमला हो सकता है। वहाँ ईरान का परमाणु संयंत्र है। यदि ऐसा होता है, तो निश्चित रूप से पश्चिम एशिया में युद्ध होगा। ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले की आशंका संयुक्त राष्ट्र ने भी जताई है।
बता दें कि इजरायल ने दो सप्ताह पहले सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास की इमारत पर कथित तौर पर हमला किया था, जिसके जवाब में ईरान ने इजराइल पर हमला किया था। दोनों देशों के बीच दशकों से जारी दुश्मनी के बीच ईरान ने पहली बार इजरायल पर सीधे तौर पर सैन्य हमला किया। ईरान ने इजराइल पर हमले के दौरान सैंकड़ों ड्रोन, बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइल दागीं। इजरायली सेना ने कहा कि उसने अपनी वायु रक्षा प्रणाली व लड़ाकू विमानों और अमेरिका नीत गठबंधन सहयोगियों की मदद से 99 प्रतिशत ड्रोन और मिसाइलों को नाकाम कर दिया।
ड्रोन, बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइल से किए गए हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वॉर कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। इजरायल के सैन्य प्रमुख लेफ्टिनेंट हर्जी हलेवी ने कहा है कि इजरायल अपने अगले कदमों पर विचार कर रहा है, लेकिन यह तय है कि ईरान के हमले का जवाब दिया जाएगा। सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हैगारी ने कहा कि हम जो समय चुनेंगे, उस वक्त इजरायल हमला करेगा।
हालांकि मध्य पूर्व के दो कट्टर शत्रुओं ईरान और इजरायल के बीच जारी ताजा तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को साफ बता दिया है कि अमेरिकाईरान के खिलाफ जवाबी हमले में भाग नहीं लेगा। लेकिन अमेरिका ने साथ ही ये भी कहा है कि वह इजरायल की रक्षा के लिए आवश्यक उपाय करेगा। अमेरिका के नौसेनिक पोत और लड़ाकू विमान फिलहाल इस क्षेत्र में तैनात रहेंगे।