अफगानिस्तान : भूकंप से मची तबाही के बाद भारत ने भेजी सहायता, तालिबान ने भारतीय राजनयिकों की वापसी का किया स्वागत
By रुस्तम राणा | Published: June 24, 2022 03:43 PM2022-06-24T15:43:19+5:302022-06-24T15:47:47+5:30
भारत सरकार ने सबसे पहले सहायता प्रदान करते हुए दो विमानों से वहां 27 टन आपात राहत सामग्री काबुल भेजी जिसमें तंबू, स्लीपिंग बैग, कंबल, चटाई आदि शामिल हैं।
काबुल: भारत ने भूकंप प्रभावित अफगानिस्तान के लोगों की मदद के लिए सबसे पहले सहायता प्रदान करते हुए दो विमानों से वहां 27 टन आपात राहत सामग्री भेजी है। विदेश मंत्रालय के शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार, अफगानिस्तान में 22 जून को आए शक्तिशाली भूकंप के कारण व्यापक तबाही एवं जानमाल का नुकसान हुआ है।
बयान के मुताबिक, भारत सरकार ने सबसे पहले सहायता प्रदान करते हुए दो विमानों से वहां 27 टन आपात राहत सामग्री काबुल भेजी जिसमें तंबू, स्लीपिंग बैग, कंबल, चटाई आदि शामिल हैं। बयान में कहा गया है कि राहत सामग्री की खेप काबुल में मानवीय सहायता मामलों संबंधी संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (यूएनओसीएचए) और अफगान रेड क्रीसेंट सोसाइटी (एआरसीएस) को सौंपी जायेगी।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत, संकट की इस घड़ी में अफगानिस्तान के लोगों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है जिनके साथ हमारे सदियों पुराने संबंध हैं। गौरतलब है कि अफगानिस्तान में भीषण भूकंप में करीब 1000 लोग मारे गए हैं और हजारों मकान तबाह हो गए हैं, जिससे बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए हैं।
इसके अलावा भारत ने अफगानिस्तान में अपना दूतावास फिर खोल दिया है। यहां पर भारतीय राजनयिकों की वापसी का तालीबान ने भी स्वागत किया है। अफगानिस्तान में तालिबानी हुकुमत के 10 महीने बीत जाने के बाद भारतीय मिशन यहां फिर से शुरू हुआ है। विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, गुरुवार से एक तकनीकी दल को वहां तैनात किया गया है जो मानवीय सहायता की आपूर्ति में विभिन्न पक्षकारों के साथ समन्वय और निगरानी करेगा।
तालिबानी सरकार के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहर बल्खि ने ट्वीट किया कि इस्लामिक अमीरात अफगानिस्तान (IEA) अफगान लोगों के साथ अपने संबंधों और उनकी मानवीय सहायता को जारी रखने के लिए काबुल में अपने दूतावास में राजनयिकों और तकनीकी टीम को वापस करने के भारत के निर्णय का स्वागत करता है।
(इनुपुट एजेंसी)