अमेरिका में चल रहे विरोध प्रदर्शन ने लिया व्यापक रूप, दूसरों शहरों में भी हिंसा की शुरुआत
By भाषा | Published: May 31, 2020 04:27 PM2020-05-31T16:27:53+5:302020-05-31T16:27:53+5:30
अमेरिका में पुलिस के हाथों अन्य अश्वेत लोगों की हत्या के विरोध में चल रहे प्रदर्शनों की आंच न्यूयॉर्क से लेकर टुल्सा और लॉस एंजिलिस तक फैल गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कारों में आग लगा दी और दोनों पक्षों से लोगों के घायल होने की खबरें आती रही।
मिनीपोलिस: अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत और पुलिस के हाथों अन्य अश्वेत लोगों की हत्या के विरोध में चल रहे प्रदर्शनों की आंच शनिवार को न्यूयॉर्क से लेकर टुल्सा और लॉस एंजिलिस तक फैल गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कारों में आग लगा दी और दोनों पक्षों से लोगों के घायल होने की खबरें आती रही। फ्लॉयड की मौत के बाद मिनीपोलिस में शुरू हुए प्रदर्शन ने शहर के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया, इसमें इमारतों को जला दिया गया और दुकानों में लूटपाट की गयी।
मिनीपोलिस में इस सप्ताह तब प्रदर्शन भड़क उठे जब एक वीडियो में पुलिस अधिकारी को आठ मिनट से अधिक समय तक घुटने से फ्लॉयड की गर्दन दबाते हुए देखा गया। बाद में चोटों के कारण फ्लॉयड की मौत हो गई। अश्वेत फ्लॉयड को एक दुकान में नकली बिल का इस्तेमाल करने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था। बिना मास्क पहने या सामाजिक दूरी का पालन किए बिना बड़ी संख्या में लोगों के एकत्रित होने को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों में चिंता पैदा हो गई है कि इससे कोरोना वायरस वैश्विक महामारी फिर से फैल सकती है वो भी ऐसे समय में जब देशभर में इससे मरने वाले लोगों की संख्या में कमी आई और अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने की कोशिशें चल रही है।
इंडियानापोलिस में प्रदर्शनों के बीच पुलिस गोलीबारी की कई घटनाओं की जांच कर रही है जिसमें एक व्यक्ति की मौत भी हो गई। पुलिस ने कुछ जानकारियां दी है लेकिन कहा कि कोई अधिकारी गोलीबारी में शामिल नहीं है। वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के बाहर नेशनल गार्ड को तैनात किया गया है। सुरक्षाबल भीड़ को आगे बढ़ने से रोकने के लिए कुछ दूरी पर खड़े रहे। फिलाडेल्फिया में शांतिपूर्ण प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया जिसमें कम से कम 13 अधिकारी घायल हो गए और कम से कम चार पुलिस वाहनों को फूंक दिया गया।
सॉल्ट लेक शहर में प्रदर्शनकारियों ने कर्फ्यू का उल्लंघन किया और उताह के गवर्नर ने नेशनल गार्ड को तैनात किया। प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस कार पलट दी और उसे फूंक दिया तथा बाद में एक अन्य वाहन में भी आग लगा दी। पुलिस ने बताया कि छह लोगों को गिरफ्तार किया गया और एक पुलिस अधिकारी घायल हो गया। लॉस एंजिलिस में प्रदर्शनकारियों ने ‘‘अश्वेत जिंदगियां मायने रखती हैं’’ के नारे लगाए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया और रबड़ की गोलियां दागी। पुलिस की एक कार को जला दिया गया।
सोशल मीडिया पर पोस्ट वीडियो में न्यूयॉर्क शहर में अधिकारी प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करते और उन्हें खदेड़ते हुए देखे गए। एक अन्य वीडियो में न्यूयॉर्क पुलिस विभाग की दो कारें प्रदर्शनकारियों की ओर बढ़ती दिखाई दी जो एक अवरोधक को हटा रहे थे और उस पर सामान फेंक रहे थे। कई लोग जमीन पर गिर पड़े और अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कोई घायल हुआ है या नहीं। सभी प्रदर्शनों में हिंसा नहीं हुई। अलास्का के जुनो शहर में कानून प्रवर्तन अधिकारी निर्वाचित अधिकारी और निवासियों के साथ शांतिपूर्ण प्रदर्शन में शामिल हुए।
ट्रम्प ने शनिवार रात को ट्वीट किया कि अगर नेशनल गार्ड का इस्तेमाल दो दिन पहले किया होता तो इतना नुकसान नहीं होता। नेशनल गार्ड ने अच्छा काम किया है। देशभर में 12 से अधिक प्रमुख शहरों में रातभर कर्फ्यू लगाया गया। लोगों को अटलांटा, डेनवर, लॉस एंजिलिस, सिएटल और मिनीपोलिस की सड़कों से दूर रहने के लिए कहा गया जहां कर्फ्यू का उल्लंघन कर हजारों लोग शुक्रवार रात को जमा हुए थे।
बृहस्पतिवार से लेकर अब तक 17 शहरों में 1,400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। फ्लोरिडा के टाल्हासी में शनिवार को प्रदर्शनकारियों की भीड़ में एक पिकअप ट्रक घुस गया जिससे लोगों में भगदड़ मच गई। हालांकि एक बड़ा हादसा टल गया। वीडियो में नजर आ रहा है कि ट्रक यातायात बत्ती पर रूका तो प्रदर्शनकारी उसके आसपास जमा हो गए, कुछ लोग वाहन चालक से बात करने लगे। इसके बाद एक अन्य वीडियो में दिखा कि ट्रक की खिड़की पर एक बोतल मारी गई और ट्रक की गति अचानक से बढ़ गई और हड़बड़ाए लोग एक ओर हो गए। इस घटना में कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ है।