इमरान खान पर 'उपहार' में मिले हार को 18 करोड़ में बेचने का आरोप, पाकिस्तान में FIA शुरू हुई जांच
By विनीत कुमार | Published: April 14, 2022 10:01 AM2022-04-14T10:01:32+5:302022-04-14T10:13:53+5:30
इमरान खान के खिलाफ पाकिस्तान फेडरल इंवेस्टिगेशन एजेंसी ने जांच शुरू कर दी है। इमरान पर उनके कार्यकाल के दौरान उपहार में मिले एक बेशकीमती हार को 18 करोड़ में बेचने का आरोप लगा है।
इस्लामाबाद: हाल में सत्ता से बेदखल हो चुके पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें आने वाले दिनों में बढ़ सकती है। पाकिस्तान की शीर्ष जांच एजेंसी फेडरल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एफआईए) ने इमरान खान के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। मामला उपहार में मिले एक हार को बेचने से जुड़ा है।
एफआईए ने दरअसल इमरान खान को उनके कार्यकाल के दौरान तोहफे में मिले बेशकीमती हार को सरकारी तोशाखाना में जमा करने के बजाय एक आभूषण कारोबारी को 18 करोड़ रुपये में बेचे जाने के आरोपों पर जांच शुरू की है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की खबर के अनुसार उपहार में खान को मिले हार को तोशाखाने में जमा नहीं कराया गया, बल्कि पूर्व विशेष सहायक जुल्फिकार बुखारी को दे दिया गया जिन्होंने उसे लाहौर में एक सर्राफ को 18 करोड़ रुपये में बेच दिया।
इमरान ने हार के बदले केवल कुछ हजार रुपये जमा किए!
खबर के अनुसार संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने आरोपों पर खान के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। इसमें कहा गया है कि सरकारी ओहदे पर रहते हुए मिले तोहफों की आधी कीमत चुकाकर उन्हें व्यक्तिगत संपत्ति के रूप में रखा जा सकता है, लेकिन खान ने सरकारी खजाने में कुछ हजार रुपये जमा किये।
कानून के अनुसार सरकारी ओहदेदारों को मेहमानों से मिले तोहफों को तोशाखाना में जमा करना होगा। अगर वे उपहार या कम से कम उसकी आधी कीमत जमा नहीं करते तो इसे अवैध माना जाता है।
वहीं, आरोपों पर पाकिस्तान के जियो न्यूज से बात करते हुए जुल्फिकार बुखारी ने आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि हार के बारे में कभी कोई बात नहीं हुई थी और आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं।
गौरतलब है कि इमरान खान को पाकिस्तान में कई दिनों तक चले सियासी ड्रामे के बाद नेशनल असेंबली में पेश अविश्वास प्रस्ताव में हार का सामना करना पड़ा था। ये अविश्वास प्रस्ताव विपक्ष की ओर से लाया गया था। इसके बाद शहबाज शरीफ पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बने हैं।
(भाषा इनपुट)