IMF युद्धरत यूक्रेन को दे सकता है 15.6 अरब डॉलर की सहायता, 77 साल के इतिहास में IMF पहली बार किसी युद्धग्रस्त देश के लिए कर रहा है पहल
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 22, 2023 01:36 PM2023-03-22T13:36:32+5:302023-03-22T13:42:11+5:30
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष युद्धग्रस्त यूक्रेन की खराब हो चुकी आर्थिक दशा को सुधारने के लिए लगभग 15.6 बिलियन डॉलर के ऋण पैकेज दे सकता है। इसके लिए यूक्रेन की राजधानी कीव में आईएमएफ अधिकारियों और जेलेंस्की सरकार के बीच समझौता हुआ।

IMF युद्धरत यूक्रेन को दे सकता है 15.6 अरब डॉलर की सहायता, 77 साल के इतिहास में IMF पहली बार किसी युद्धग्रस्त देश के लिए कर रहा है पहल
वॉशिंगटन: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) रूस के साथ बीते एक साल से अधिक समय से लोहा ले रहे यूक्रेन को आर्थिक मदद कर सकता है। आईएमएफ ने बीते मंगलवार को इस बात की घोषणा की कि वो अपने 77 साल के इतिहास में पहली बार किसी ऐसे राष्ट्र की मदद करने जा रहा है, जो युद्ध की विभीषिका झेल रहा है।
आईएमएफ ने कहा कि वो युद्धग्रस्त यूक्रेन की खराब हो चुकी आर्थिक दशा को सुधारने के लिए लगभग 15.6 बिलियन डॉलर के ऋण पैकेज देगा। जिसके लिए उनसे यूक्रेनी अधिकारियों के साथ समझौता किया है।
यूक्रेन की राजधानी कीव में पहुंचे आईएमएफ के अधिकारियों और जेलेंस्की सरकार के बीच चार वर्षों में एक व्यापक लोन प्रोग्राम पर दस्तखत हुए। उसके बाद आईएमएफ अधिकारियों ने मंगलवार को एक बयान जारी करके कहा, “यूक्रेनी अधिकारियों और आईएमएफ कर्मचारियों ने मैक्रोइकोनॉमिक और वित्तीय नीतियों के समझौते पर पहुंच गए हैं, जिसके तहत युक्रेन को 48 महीने की विस्तारित फंड सुविधा (ईएफएफ) आईएमएफ मुहैया कराएगा।”
आईएमएफ के अनुसार इस सहायता कार्यक्रम को दो चरणों में विभाजित किया जाएगा। पहला चरण 12 से 18 महीने तक चलेगा। जिसमें राजस्व जुटाना, मौद्रिक वित्तपोषण को समाप्त करना और घरेलू ऋण बाजारों से शुद्ध सकारात्मक वित्तपोषण का लक्ष्य प्राप्त करना है और लंबे समय तक योगदान करके राजकोषीय घाटे को खत्म करना और देश की वित्तीय स्थिरता को मजबूती प्रदान करना है।
वहीं दूसरे चरण में यूक्रेन की वित्तिय व्यवस्था को व्यापक आर्थिक स्थिरता और मजबूती देना, पुनर्निर्माण के कार्यों को यथाशीघ्र खत्म करना और यूक्रेन के यूरोपीय संघ में शामिल होने के माध्यम से दीर्घकालिक विकास को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना है।”
बताया जा रहा है कि आने वाले हफ्तों में आईएमएफ बोर्ड की मंजूरी के साथ समझौते को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है। यूक्रेनी अधिकारियों के अनुरोध पर गेविन ग्रे के नेतृत्व में आईएमएफ की एक टीम ने 8 से 15 मार्च के दौरान यूक्रेनी अधिकारियों के साथ वारसॉ में चर्चा की।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक आईएमएफ और यूक्रेन के बीच हुए इस अभूतपूर्व समझौते के लिए आईएमएफ को अपनी नीतियों को बदलने की आवश्यकता थी। जिसे यूक्रेन के खराब होते हालात को देखते हुए बदला गया है।
मालूम हो कि बीते एक वर्ष से अधिक समय में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण ने उसके बुनियादी ढांचे और निर्यात उद्योग को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। इस युद्ध के कारण अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है और यूक्रेन के 40 मिलियन की आबादी युद्ध के कारण भयंकर परेशानी से गुजर रही है।