प्रत्यर्पण कानून के खिलाफ हांगकांग में 10 लाख लोग सड़कों पर उतरे , 22 साल बाद चीन के खिलाफ सबसे बड़ा प्रदर्शन
By भाषा | Published: June 11, 2019 12:51 PM2019-06-11T12:51:49+5:302019-06-11T12:51:49+5:30
हांगकांग के बीजिंग समर्थक नेता ने चीन में प्रत्यर्पण किए जाने की विवादित योजना को वापस लेने से सोमवार को इनकार कर दिया। इससे एक दिन पहले इस प्रस्ताव के विरोध में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए थे। साल 1997 के बाद से शहर के सबसे बड़े प्रदर्शन के बाद विद्रोही तेवर अपनाए हुई मुख्य कार्यकारी कैरी लैम ने कहा कि संसद निर्धारित समय के अनुसार बुधवार को विधेयक पर बहस करेगी। उन्होंने इस विधेयक को टालने या इसे वापस लेने की मांग ठुकरा दी। इस फैसले के विरोध में विपक्षियों ने समर्थकों से बुधवार को संसद के बाहर एकजुट होने या हड़ताल करने का आह्वान किया है।
लोकतंत्र समर्थक सांसद क्लाउडिया मो ने पत्रकारों से कहा, ‘‘वह हांगकांग को एक खतरनाक स्थिति की तरफ धकेल रही हैं।’’ चीन के नए प्रत्यर्पण कानून के विरोध में हांगकांग में शांतिपूर्ण प्रदर्शन सोमवार तड़के पुलिस की कार्रवाई के बाद हिंसात्मक हो गया।
आयोजकों ने बताया कि यह हांगकांग में साल 1997 के बाद अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन था। इसमें 10 लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया। इससे पहले साल 1997 में हांगकांग को चीन को सौंपे जाते समय सबसे बड़ा प्रदर्शन किया गया था। आयोजकों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने सरकार से प्रत्यर्पण कानून की अपनी योजना को वापस लेने की मांग की।
गौरतलब है कि हांगकांग के चीन समर्थक नेता एक विधेयक पर जोर दे रहे हैं जिसमें आरोपियों पर मुकदमा चलाने के लिए उन्हें चीन प्रत्यर्पित किए जाने का प्रावधान है लेकिन इस प्रस्ताव को लेकर काफी हंगामा मचा और इसके विरोध में शहर के विभिन्न वर्गों के लोग एकजुट हो गए हैं। शांतिपूर्ण प्रदर्शन आधी रात को उस समय हिंसात्मक हो गया जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए कार्रवाई की। प्रदर्शनकारियों ने संसद के बाहर रात भर प्रदर्शन करने का संकल्प लिया था। पुलिस की कार्रवाई के बाद प्रदर्शनकारियों ने बोतलें फेंकी।