सिखों के लिए इतना अहम क्यों है पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब गुरुद्वारा, जानिए यहां का इतिहास

By आदित्य द्विवेदी | Published: January 4, 2020 03:34 PM2020-01-04T15:34:05+5:302020-01-04T15:34:05+5:30

कुछ कट्टरपंथी मुस्लिम सिखों को यहां से भगाने और इस पवित्र शहर का नाम बदलकर गुलाम अली मुस्तफा करने की धमकी दे रहे हैं। पाकिस्तान में हुए इस कृत्य की हर तरफ निंदा हो रही है।

History of Nankana Sahib in Pakistan, Why it is so significant for sikh community | सिखों के लिए इतना अहम क्यों है पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब गुरुद्वारा, जानिए यहां का इतिहास

सिखों के लिए इतना अहम क्यों है पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब गुरुद्वारा, जानिए यहां का इतिहास

Highlightsगुरुद्वारा जन्म स्थान के नाम से मशहूर गुरुद्वारा ननकाना साहिब सिख धर्म के लोगों के लिए बेहद पवित्र स्थल है।महाराजा रणजीत सिंह ने गुरु नानकदेव के जन्म स्थान पर गुरुद्वारा का निर्माण कराया था।

पाकिस्तान में शुक्रवार को सैकड़ों की भीड़ ने ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर पत्थरबाजी की और जमकर हंगामा किया। सिखों के सबसे पवित्र धर्मस्थलों में से एक ननकाना साहिब गुरुद्वारा के पास हालात इतने खराब हैं कि इस वजह से पहली बार यहां भजन-कीर्तन को रद्द करना पड़ा है। कट्टरपंथी लोग सिखों को यहां से भगाने और इस पवित्र शहर का नाम बदलकर गुलाम अली मुस्तफा करने की धमकी दे रहे हैं। पाकिस्तान में हुए इस कृत्य की हर तरफ निंदा हो रही है। आगे आपको बताते हैं कि आखिर सिखों के लिए इतना महत्वपूर्ण क्यों है ननकाना साहिब और वहां किस बात पर बवाल मचा हुआ है।

गुरुद्वारा जन्म स्थान के नाम से मशहूर गुरुद्वारा ननकाना साहिब सिख धर्म के लोगों के लिए बेहद पवित्र स्थल है। यहां सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव का जन्म हुआ था। यह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है। महाराजा रणजीत सिंह ने गुरु नानकदेव के जन्म स्थान पर गुरुद्वारा का निर्माण कराया था। करतारपुर साहिब आने वाले सिख श्रद्धालु एकबार ननकाना साहिब के दर्शन भी जरूर करना चाहते हैं।

पाकिस्तान में सिख किशोरी से शादी करने वाले एक मुस्लिम व्यक्ति के परिवार की अगुवाई में कुछ लोगों ने जन्मस्थान ननकाना साहिब के बाहर प्रदर्शन किया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भीड़ ने गुरुद्वारे पर धावा बोल दिया और सिख श्रद्धालुओं पर पथराव किया। भारतीय विदेश मंत्रालय ने घटना की निंदा की है।

पाकिस्तान ने गुरुद्वारा ननकाना साहिब को खास समूह के लोगों द्वारा अपवित्र किए जाने की खबरों का खंडन किया है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि वहां दो मुस्लिम समूहों के बीच किसी छोटी घटना को लेकर झड़प हुई थी जिसमें तत्काल हस्तक्षेप करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। गुरुद्वारा बिल्कुल सुरक्षित है और इसे कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। बयान में कहा गया कि पाकिस्तान सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने और खास तौर पर अल्पसंख्यकों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पाकिस्तान में ननकाना साहिब पर भीड़ के कथित पथराव एवं नारेबाजी की घटना की निंदा करते हुए शनिवार को कहा कि परस्पर सम्मान और प्रेम की बदौलत ही धर्मान्धता के जहर को खत्म किया जा सकता है। गीतकार जावेद ने ट्वीट करके कहा है कि ननकाना साहिब में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने जो कुछ भी किया वह पूरी तरह से निंदनीय है।

Web Title: History of Nankana Sahib in Pakistan, Why it is so significant for sikh community

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