क्या हज यात्रा के दौरान जान गंवाने वाले लोगों के शव वापस आएंगे? जानिए क्या हैं सऊदी अरब के हज संबंधित कानून

By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: June 21, 2024 11:04 AM2024-06-21T11:04:48+5:302024-06-21T11:05:45+5:30

सऊदी अरब के हज संबंधित कानून के अनुसार अगर हज के दौरान किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो उसका शव वापस उसके देश में परिजनों के पास नहीं भेजा जाता। शव को सऊदी अरब में ही दफना दिया जाता है।

Hajj 2024 those who lost their lives bodies returne related laws of Saudi Arabia | क्या हज यात्रा के दौरान जान गंवाने वाले लोगों के शव वापस आएंगे? जानिए क्या हैं सऊदी अरब के हज संबंधित कानून

फाइल फोटो

Highlightsइस साल हज यात्रा के दौरान सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैंमीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये आंकड़ा 600 से अधिक हैभीषण गर्मी के कारण अब तक 68 भारतीयों ने भी अपनी जान गंवाई है

Hajj 2024:  सऊदी अरब में भीषण गर्मी के बीच इस साल हज यात्रा के दौरान सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये आंकड़ा 600 से अधिक है। हर साल हजारों की संख्या में भारत के लोग भी हज करने जाते हैं। भीषण गर्मी के कारण अब तक 68 भारतीयों ने भी अपनी जान गंवाई है। आम तौर पर जब किसी भारतीय नागरिक की विदेशी जमीन पर मौत हो जाती है तो उसके शव को सरकार वापस लाने की व्यवस्था करती है। लेकिन हज करने गए श्रद्धालुओं के बारे में ऐसा नहीं है।

क्या वापस आएंगे हज करने गए लोगों के शव?

इस सवाल का जवाब बहुत सारे लोग जानना चाहते हैं। सऊदी अरब के हज संबंधित कानून के अनुसार अगर हज के दौरान किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो उसका शव वापस उसके देश में परिजनों के पास नहीं भेजा जाता। शव को सऊदी अरब में ही दफना दिया जाता है। इससे जुड़े नियमों से संबंधित दस्तावेजों पर हज जाने वाले व्यक्ति को पहले ही हस्ताक्षर करना होता है। इसमें साफ-साफ लिखा होता है कि अगर सऊदी अरब की ज़मीन पर या आसमान में उसकी मौत हो जाती है तो उसके शव को वहां दफना दिया जाएगा। यहां तक कि उनके परिवार या परिजनों की कोई आपत्ति स्वीकार नहीं की जाएगी। मृतकों के परिवार सऊदी सरकार से हज यात्रियों के शव को उनके वतन भेजने की कोई मांग या अनुरोध नहीं कर सकते। मतलब साफ है कि हज यात्रा पर गए जिन भारतीयों की मौत हुई है उनके शव वापस देश नहीं आएंगे।

हज के दौरान मरने वाले लोगों के शवों को उनके मूल स्थान पर वापस नहीं लाया जाता है। शवों को संबंधित अधिकारियों द्वारा वहीं दफना दिया जाएगा और मृत्यु प्रमाण पत्र भी उनके परिवार को सौंप दिए जाएंगे। 

बता दें कि मक्का में ग्रैंड मस्जिद का तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इस साल करीब 18 लाख लोग हज यात्रा में शामिल हो रहे हैं। इसमें से केवल 2 लाख लोग सऊदी के हैं बाकी 16 लाख दूसरे देशों से आने वाले हज यात्री हैं। लू से मरने वालों में सबसे ज्यादा मिस्त्र के लोग हैं। 

Web Title: Hajj 2024 those who lost their lives bodies returne related laws of Saudi Arabia

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