जी-7 सम्मेलन पर अमेरिका और चीन में ठनीः भारत, रूस, ऑस्ट्रेलिया, कोरिया को आमंत्रित करने की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना से नाराज
By भाषा | Published: June 2, 2020 08:44 PM2020-06-02T20:44:08+5:302020-06-02T20:44:08+5:30
कोरोना वायरस, WHO सहित कई मुद्दे को लेकर चीन और अमेरिका में ठन गई है। इस बीच चीन जी-7 बैठक को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर नाराज हो गया है। चीन ने कहा कि यह कोशिश नाकाम साबित हो जाएगा।
बीजिंगः समूह-7 (जी-7) शिखर सम्मेलन के लिए भारत, रूस, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया को आमंत्रित करने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना पर चीन ने मंगलवार को नाराजगी भरी प्रतिक्रिया जतायी और कहा कि बीजिंग के खिलाफ किसी गुटबंदी का प्रयास नाकाम साबित होगा।
समूह-7 दुनिया की शीर्ष सात विकसित अर्थव्यवस्थाओं का समूह है। इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और कनाडा शामिल हैं। जलवायु परिवर्तन, सुरक्षा और अर्थव्यवस्था सहित विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए इन देशों के प्रमुखों की हर साल बैठक होती है। ट्रंप ने जी-7 की बैठक सितंबर तक के लिए स्थगित कर दी है। उन्होंने इच्छा व्यक्त की है कि इस ‘‘पुराने पड़ गए संगठन’’ का विस्तार किया जाए तथा इसमें भारत और तीन अन्य देशों को शामिल किया जाए तथा इसे जी-10 या जी-11 बनाया जाए।
भारत और तीन अन्य देशों को जी-7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने की ट्रंप की योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने यहां मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘‘ चीन का मानना है कि सभी अंतरराष्ट्रीय संगठनों और सम्मेलनों को विभिन्न देशों के बीच आपसी विश्वास बढ़ाने वाला होना चाहिए, जिससे बहुपक्षीयता कायम रह सके और विश्व शांति तथा विकास को बढ़ावा मिल सके।’’
उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि यह दुनिया भर के देशों की भारी बहुमत की भूमिका है। उन्होंने कहा कि चीन के खिलाफ कोई भी गुटबंदी का प्रयास विफल होगा। ट्रंप द्वारा भारत और तीन अन्य देशों को आमंत्रित किए जाने से चीन में बेचैनी की भावना है।
ट्रंप की मेजबानी में प्रस्तावित जी-7 बैठक में हिस्सा नहीं लेंगी मर्केल
जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मेजबानी में प्रस्तावित जी-7 देशों की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगी। मर्केल के कार्यालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। इससे पहले 10-12 जून को कैंप डेविड में निर्धारित सालाना जी-7 सम्मेलन को रद्द कर दिया गया था। उसके बाद ट्रंप ने एक सप्ताह पहले कहा था कि वह इन देशों के नेताओं से आमने-सामने बैठक करने पर विचार कर रहे हैं क्योंकि ऐसा करने से यह संदेश जाएगा कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान हालात सामान्य हो रहे हैं।
ट्रंप की घोषणा के तत्काल बाद मर्केल ने कहा था कि उन्होंने आमने-सामने या वीडियो कांफ्रेंस के जरिये होने वाली बैठक में शिरकत करने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया है। लेकिन अब मर्केल के कार्यालय ने साफ कर दिया है कि वह बैठक में भाग नहीं लेंगी। मर्केल के कार्यालय ने कहा, ''कोरोना वायरस से उत्पन्न हालात के मद्देनजर वह बैठक में शामिल होने का वादा नहीं कर सकतीं।''