फ्लॉयड मौत मामला: पुलिस अधिकारियों के पहने कैमरों की फुटेज सार्वजनिक करने से अदालत का इनकार

By भाषा | Published: July 16, 2020 04:07 AM2020-07-16T04:07:01+5:302020-07-16T04:07:01+5:30

25 मई को अमेरिका के मिनियापोलिस में काले नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। घटना के कुछ वीडियो सामने आए थे, जिसमें पुलिस कर्मियों ने फ्लॉयड को हथकड़ी लगाकर जमीन पर लिटा रखा था और एक श्वेत पुलिस अधिकारी डेरेक शॉविन ने उनकी गर्दन पर पैर रखा था।

Floyd death case: court refuses to make footage of police officers wearing cameras public | फ्लॉयड मौत मामला: पुलिस अधिकारियों के पहने कैमरों की फुटेज सार्वजनिक करने से अदालत का इनकार

क्वेंग के अटॉर्नी ने कहा था कि वीडियो को सार्वजनिक किये जाने से फ्लॉयड को हिरासत में लिये जाने के दौरान हुए वाकये की तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाएगी।

Highlightsदो पुलिस कर्मियों द्वारा घटना के समय पहने गए कैमरों की फुटेज बुधवार को मीडिया कर्मियों और आम लोगों को दिखाई गईं।न्यायाधीश ने समाचार संगठनों को इस फुटेज को व्यापक स्तर पर प्रसारित करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।

मिनियापोलिस: अमेरिका की एक अदालत में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के मामले में आरोपी दो पुलिस कर्मियों द्वारा घटना के समय पहने गए कैमरों की फुटेज बुधवार को मीडिया कर्मियों और आम लोगों को दिखाई गईं। हालांकि, एक न्यायाधीश ने समाचार संगठनों को इस फुटेज को व्यापक स्तर पर प्रसारित करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।

दरअसल, 25 मई को अमेरिका के मिनियापोलिस में काले नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। घटना के कुछ वीडियो सामने आए थे, जिसमें पुलिस कर्मियों ने फ्लॉयड को हथकड़ी लगाकर जमीन पर लिटा रखा था और एक श्वेत पुलिस अधिकारी डेरेक शॉविन ने उनकी गर्दन पर पैर रखा था।

सांस लेने में तकलीफ के चलते फ्लॉयड की मौत हो गई थी। इस घटना के दौरान पुलिस अधिकारियों थॉमस लेन और जे क्वेंग द्वारा पहने गए कैमरों की फुटेज बीते सप्ताह अदालत में पेश की गई थी, जिसकी लिखित प्रतिलिपियों (ट्रांसस्क्रिप्ट) को सार्वजनिक कर दिया गया था। इसके बाद समाचार संगठनों के एक समूह और लेन तथा क्वेंग के अटॉर्नी ने कहा था कि वीडियो को सार्वजनिक किये जाने से फ्लॉयड को हिरासत में लिये जाने के दौरान हुए वाकये की तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाएगी।

मीडिया के सदस्यों और आम लोगों को बुधवार को अदालत में वह वीडियो दिखाई गई। मीडिया संगठनों के समूह ने कहा कि इस तरह वीडियो दिखाए जाने से तस्वीर पूरी तरह साफ नहीं हो पा रही है। उसने न्यायाधीश पीटर कैहिल से इस वीडियो की एक प्रति मीडिया को देने और इसे सार्वजनिक करने का अनुरोध किया, जिसे न्यायाधीश ने स्वीकार नहीं किया। इससे घटना की लिखित प्रतिलिपि में फ्लॉयड को स्क्वॉड कार के पीछे पीटे जाने की बात भी सामने आई थी। इस दौरान उन्होंने भी खुद को चोट पहुंचाई थी। 

Web Title: Floyd death case: court refuses to make footage of police officers wearing cameras public

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