यूरोपीय देश स्लोवेनिया ने खुद को कोविड-19 मुक्त का किया ऐलान, खोले बॉर्डर
By मनाली रस्तोगी | Published: May 15, 2020 05:21 PM2020-05-15T17:21:07+5:302020-05-15T17:21:07+5:30
स्लोवेनिया की सरकार ने देश को कोरोना वायरस से मुक्त बताते हुए अपने बॉर्डर खोल दिए हैं।
नई दिल्ली: स्लोवेनिया वैश्विक महामारी कोविड-19 (COVID-19) से मुक्त होने की घोषणा करने वाला पहला यूरोपीय देश बन गया है। यूरोपीय संघ के सदस्य स्लोवेनिया की सरकार ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण अब नियंत्रण में है, विशिष्ट स्वास्थ्य उपाय करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
सरकार ने कहा कि यूरोपीय संघ के निवासी पूर्वनिर्धारित चौकियों पर ऑस्ट्रिया, इटली और हंगरी से स्लोवेनिया जाने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन जो यूरोपीय संघ के निवासी नहीं हैं उन्हें 14 दिन तक पृथक रहना अनिवार्य है। स्लोवेनिया में कोविड-19 का पहला मामला चार मार्च को सामने आया था। संक्रमित व्यक्ति इटली से लौटा था।
स्लोवेनिया के प्रधानमंत्री जनेज़ जानसा ने कोरोना वायरस महामारी घोषित होने के दो महीने बाद शुक्रवार को कहा, 'यूरोप में महामारी के संकट को देखते हुए आज स्लोवेनिया बसे अच्छी हालत में है, जोकि हमें महामारी को बंद करने में सक्षम बनाती है।' दो मिलियन लोगों के पहाड़ी राष्ट्र की सीमाएं इटली के साथ सटी हुई हैं।
मालूम हो, स्लोवेनिया ने गुरुवार को लगभग 1,500 कोरोनो वायरस मामलों और 103 मौतों की सूचना दी थी। मगर इसके बाद भी नए संक्रमण की दर के बढ़ने के साथ स्लोवेनिया सरकार ने सभी यूरोपीय संघ के नागरिकों के लिए अपनी सीमाओं को खोलने का आदेश दिया, जबकि गैर-यूरोपीय संघ के नागरिकों को संगरोध में रहना होगा।
इसके साथ ही, स्लोवेनिया सरकार ने अपने बयान में कहा, "SARS-CoV-2 वायरस का असर अभी कुछ दिनों तक बना रहेगा लिहाजा कुछ जरूरी उपाय जारी रहेंगे।" बता दें कि कोरोना वायरस का टेक्निकल टर्म SARS-CoV-2 है। हालांकि, यहां अभी भी सार्वजनिक सभाओं पर प्रतिबंध लगा हुआ है। इसके अलावा घर से बाहर निकल रहे लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य है।
वैसे इस सप्ताह की शुरुआत में सरकार ने कहा था कि कुछ शॉपिंग सेंटर और होटलों को अगले हफ्ते से फिर से खोलने की अनुमति दी जाएगी। सरकार ने यह भी घोषणा की थी कि 23 मई से फुटबॉल व अन्य सभी प्रतियोगिताओं को फिर से शुरू किया जा सकता है। स्लोवेनिया ने भले ही महामारी को समाप्त करने की घोषणा कर दी हो, लेकिन इसके बावजूद विशेषज्ञों ने स्पष्टतौर पर कहा है कि यह बीमारी अभी भी देश में मौजूद थी।
(भाषा इनपुट भी)