'केवल एक मूर्ख ऐसा सोच सकता है....', टीवी पत्रकार पर भड़के डोनाल्ड ट्रंप, इंटरव्यू बीच में छोड़ा, देखें वीडियो
By विनीत कुमार | Published: April 21, 2022 08:58 AM2022-04-21T08:58:42+5:302022-04-21T09:05:04+5:30
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने एक ताजा इंटरव्यू के लिए फिर चर्चा में हैं। इस इंटरव्यू को 25 अप्रैल को प्रसारित किया जाएगा। इसमें ट्रंप बीच में इंटरव्यू छोड़कर जाते नजर आते हैं।
न्यूयॉर्क: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प एक बार फिर चर्चा में हैं। ब्रिटिश टेलीविजन होस्ट पियर्स मॉर्गन के ताजा इंटरव्यू में भड़के हुए नजर आए। आलम ये हुआ कि वे इंटरव्यू को बीच में छोड़कर निकल गए। दरअसल, 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों के बारे में बात करने के दौरान ट्रंप नाराज नजर आए। पियर्स मॉर्गन के शो के 30 सेकेंड के जारी प्रोमोशन वीडियो में में ट्रंप इंटरव्यू बीच में छोड़कर जाते नजर आ रहे हैं। मॉर्गन का ये शो 25 अप्रैल को रूपर्ट मर्डोक के टॉक टीवी और फॉक्स नेशन चैनल पर प्रसारित होगा।
जारी किए प्रोमो में ट्रंप उस समय उत्तेजित नजर आते हैं जब पियर्स मॉर्गन उनसे कहते हैं कि पिछले अमेरिकी चुनाव 'स्वतंत्र और निष्पक्ष' थे और 'आप हार गए'। इस पर रिपब्लिकन पार्टी के नेता ट्रंप कहते हैं- 'केवल एक मूर्ख ऐसा सोच सकता है।'
इस इंटरव्यू के प्रोमो की शुरुआत में ट्रम्प हेस्ट से कहते हैं, 'मुझे लगता है कि मैं बहुत अच्छा आदमी हूं। वास्तव में आपसे ज्यादा ईमानदार।' इसके बाद जब मॉर्गन ने 2020 के चुनाव में कथित धोखाधड़ी के दावों को लेकर ट्रंप द्वारा ठोस सबूत सामने नहीं रखने की बात कही तो पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि आप सच्चे हैं।' ट्रम्प इसी वीडियो में आगे मॉर्गन को इंटरव्यू को खत्म करने और कैमरा बंद करने के लिए कहते हैं।
करीब 75 मिनट का यह शो सोमवार को रात 8 बजे (स्थानीय समयानुसार) मर्डोक के नए टेलीविजन चैनल 'टॉकटीवी' के लॉन्च के दिन प्रसारित किया जाएगा।
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप 2020 के अमेरिकी चुनाव में हार गए थे और राष्ट्रपति पद से हटना पड़ा। हालांकि उन्होंने चुनाव में धांधली किए जाने का आरोप लगाया था। चुनावी नतीजों के बाद अमेरिकी कैपिटल (संसद भवन) पर हमले और हिंसा भड़कने को लेकर भी ट्रंप विवादों में रहे। उन पर महाभियोग भी चला पर वह बरी कर दिए गए। ट्रंप पर छह जनवरी को अमेरिकी कैपिटल (संसद भवन) में हिंसा भड़काने के आरोप थे जिसमें एक पुलिस अधिकारी सहित पांच व्यक्तियों की मौत हो गई थी।