डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा- अमेरिका ने ईरान से बातचीत की पेशकश नहीं की, फेक न्यूज है ये
By भाषा | Published: May 21, 2019 04:16 AM2019-05-21T04:16:08+5:302019-05-21T04:16:08+5:30
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है अमेरिका के साथ सैन्य संघर्ष ‘‘ईरान का आधिकारिक अंत होगा।’’ अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ रहा है क्योंकि ट्रंप प्रशासन ने ईरानी ‘‘खतरे’’ को देखते हुए खाड़ी में एक विमानवाहक पोत और बी-52 बमवर्षक तैनात किए हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि उनके देश ने ईरान से बातचीत की कोई पेशकश नहीं की है और अगर ईरान वार्ता चाहता है तो पहला कदम उसे उठाना होगा। ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘‘फेक न्यूज ने बिना किसी सूचना के एक झूठा बयान प्रसारित किया है कि अमेरिका ईरान के साथ वार्ता की कोशिश कर रहा है। यह झूठी खबर है।’’
The Fake News put out a typically false statement, without any knowledge that the United States was trying to set up a negotiation with Iran. This is a false report....
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) May 20, 2019
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा , ‘‘ईरान को जब लगेगा कि वह तैयार है, वह हमें बुलाएगा। इस बीच उनकी अर्थव्यवस्था तबाह हो रही है, ईरान के लोगों के लिए बहुत दुखद है।’’
....Iran will call us if and when they are ever ready. In the meantime, their economy continues to collapse - very sad for the Iranian people!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) May 20, 2019
अमेरिकी हितों पर हमला हुआ तो ‘ईरान का आधिकारिक अंत होगा’ : ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है अमेरिका के साथ सैन्य संघर्ष ‘‘ईरान का आधिकारिक अंत होगा।’’ अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ रहा है क्योंकि ट्रंप प्रशासन ने ईरानी ‘‘खतरे’’ को देखते हुए खाड़ी में एक विमानवाहक पोत और बी-52 बमवर्षक तैनात किए हैं। ट्रम्प ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘यदि ईरान लड़ना चाहता है, तो यह ईरान का आधिकारिक अंत होगा। अमेरिका को फिर कभी धमकी मत देना।’’
ट्रंप प्रशासन के अधिकारी हाल में उन खुफिया सूचनाओं पर चर्चा कर रहे हैं कि क्या ईरान अथवा उसका समर्थन प्राप्त आतंकी संगठन खाड़ी में अमेरिकी संपत्तियों पर संभावित हमले की योजना बना रहे हैं या फिर अमेरिकी कार्रवाई का मुकाबला करने के लिये वे रक्षात्मक कार्यवाही कर रहे हैं। फॉक्स न्यूज प्रसारक को रविवार को दिये साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा कि वह ईरान को परमाणु हथियार विकसित नहीं करने देंगे लेकिन यह भी कहा कि वह संघर्ष नहीं चाहते।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो युद्ध चाहता हो, क्योंकि इससे अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान पहुंचता है, जंग में लोग मारे जाते हैं।” इस बीच, ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने सोमवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के ‘‘नरसंहार के तानों’’ से ‘‘ईरान का अंत’’ नहीं होगा। जरीफ ने ट्वीट कर कहा, ‘‘कई आक्रमणकारी आए और गए लेकिन ईरान सदियों से वहीं खड़ा है। आर्थिक आतंकवाद और नरसंहार के तानों से ईरान खत्म नहीं होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसी ईरानी को कभी धमकी मत देता। सम्मान देने की कोशिश करो--यह कारगर है।’’ ईरान और अमेरिका के बीच संबंध पिछले साल उस समय और खराब हो गए थे, जब ट्रम्प प्रशासन 2015 के परमाणु समझौते से पीछे हट गया था और उसने ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगा दिए थे।