कोविड पाबंदियों में ढील के बाद बीजिंग में रोज सैकड़ों मरीजों की हो रही मृत्यु, चीन सरकार मृत्यु प्रमाणपत्र में मौत की वजह बता रही दूसरी बीमारी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 17, 2022 04:03 PM2022-12-17T16:03:27+5:302022-12-17T16:05:56+5:30
अंत्येष्टि स्थल के परिसर में दुकानों के तीन कर्मचारियों में से एक ने अनुमान जताया कि रोज करीब 150 लोगों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।
बीजिंगः चीन में कोरोना वायरस से हुई मौत के मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं लेकिन सरकार इन पर पर्दा डालने की पुरजोर कोशिश कर रही है। सरकार चालाकी करते हुए मृत्यु प्रमाणपत्र में मौत की वजह कोरोना वायरस के बजाय अन्य बीमारियों को बता रही है। नौबत यहां तक आ पहुंची है कि लोग अस्पतालों के बाहर शवों की शिनाख्त करने के लिए कई घंटों तक खड़े रह रहे हैं।
पूर्वी बीजिंग में एक शवदाहगृह के बाहर शुक्रवार शाम को कई लोग कड़ाके की ठंड में खड़े रहे और जब सुरक्षात्मक उपकरण पहने हुए कर्मी मृतक का नाम पुकारते तो एक रिश्तेदार ताबूत के पास आकर शव की शिनाख्त करता। इनमें से एक रिश्तेदार ने बताया कि उनका प्रियजन कोविड-19 से संक्रमित था।
चीन में कोरोना वायरस से कोई मौत न होने की खबर आने के हफ्तों बाद फिर से संक्रमण से मौत होने के मामले बढ़ रहे हैं। ये मामले ऐसे वक्त में बढ़ रहे हैं जब सरकार ने व्यापक विरोध प्रदर्शनों के बीच पिछले महीने कोविड-19 से जुड़ी सख्त पाबंदियों में ढील देना शुरू कर दिया। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कितने लोगों की संक्रमण से मौत हो रही है।
एक महिला ने बताया कि उनकी बुजुर्ग रिश्तेदार दिसंबर के शुरुआत में बीमार पड़ी थी तथा कोरोना वायरस से संक्रमित पायी गयी थी तथा शुक्रवार सुबह एक आपातकालीन वार्ड में उनकी मौत हो गयी। उन्होंने कहा कि आपातकालीन वार्ड में कई संक्रमित मरीज भर्ती थे लेकिन उनकी देखभाल के लिए पर्याप्त नर्स नहीं थीं। महिला ने कार्रवाई के डर से अपना नाम न उजागर करने का अनुरोध किया।
कुछ लोगों ने बताया कि कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के बावजूद मृत्यु प्रमाणपत्र में मौत की वजह ‘‘निमोनिया’’ बतायी गयी है। अंत्येष्टि स्थल के परिसर में दुकानों के तीन कर्मचारियों में से एक ने अनुमान जताया कि रोज करीब 150 लोगों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।