दक्षिण अफ्रीकी प्रांत में भारतीय और अश्वेत समुदायों के बीच सामंजस्य के लिए परिषद का गठन
By भाषा | Updated: August 3, 2021 18:46 IST2021-08-03T18:46:20+5:302021-08-03T18:46:20+5:30

दक्षिण अफ्रीकी प्रांत में भारतीय और अश्वेत समुदायों के बीच सामंजस्य के लिए परिषद का गठन
(फाकिर हसन)
जोहानिसबर्ग, तीन अगस्त दक्षिण अफ्रीका में क्वाजुलु-नटाल प्रांत के प्रधानमंत्री ने आसपास के तीन क्षेत्रों में फीनिक्स के भारतीय समुदाय और उनके अश्वेत पड़ोसियों के बीच नस्लीय तनाव को दूर करने के लिए समाज के प्रमुख सदस्यों को शामिल करते हुए एक सुलह परिषद का गठन किया है।
प्रधानमंत्री सिहले जिकलाला, राष्ट्रीय पुलिस मंत्री भीकी सेले के साथ मंगलवार सुबह मीडिया ब्रीफिंग में शामिल हुए, जिसमें फीनिक्स में एक पखवाड़े पहले हुई अशांति के दौरान 30 से अधिक लोगों की मौत की जांच के बारे में बताया गया।
जिकलाला ने कहा कि सामाजिक सामंजस्य और नैतिक उत्थान परिषद (एससीएमआरसी) के गठन के प्रमुख उद्देश्यों में से एक जाति के आधार पर हाशिए पर रखे जाने और बहिष्कार की भावनाओं को दूर करने के लिए एक व्यापक रणनीति विकसित करना है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने सामाजिक एकता के पैरोकारों को भी नियुक्त किया है जो तनाव से प्रभावित क्षेत्रों में मध्यस्थता के जरिये शांति का माहौल सुनिश्चित करेंगे।’’
क्षेत्र में बड़े पैमाने पर लूटपाट और आगजनी के बाद क्षेत्र के समुदायों के बीच तनाव पैदा हो गया था और समुदायों ने अपने जीवन और संपत्ति की रक्षा के लिए हथियार उठा लिए थे।
फीनिक्स कस्बे की स्थापना श्वेत अल्पसंख्यक रंगभेद सरकार के युग में उस शहर के भारतीय निवासियों को जबरन दूसरी जगह बसाने के लिए की गई थी, जहां उनके पूर्वज पीढ़ियों से रहते थे। जिकलाला का मानना है कि कला, संस्कृति और खेल से जुड़े अधिक कार्यक्रम प्रांत में समुदायों को साथ लाने में मदद करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘कला, संस्कृति, खेल और सामाजिक-आर्थिक विकास के माध्यम से, हम क्वाजुलु-नटाल के सभी समुदायों को एक साथ लाएंगे क्योंकि हम एक संयुक्त, गैर-नस्लीय, गैर-लिंगवादी और समृद्ध प्रांत का निर्माण करना चाहते हैं।’’जिकलाला ने भारतीय समुदाय की भी सराहना की जिसने हिंसा के बाद निराश्रित लोगों की मदद की थी।
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