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Coronavirus: PM मोदी ने SAARC देशों की बैठक कोरोना पर इमरजेंसी फंड का रखा प्रस्ताव, जानें पाकिस्तान ने क्या कहा

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: March 16, 2020 06:30 IST

नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम साथ मिलकर कोरोना वायरस से बेहतर ढंग से निपट सकते हैं, दूर जाकर नहीं. पाक ने उठाया कश्मीर का मुद्दा दक्षेस देशों के साथ कोरोना वायरस पर संवाद के दौरान पाकिस्तान ने कश्मीर का मुद्दा उठा दिया.

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ठळक मुद्देपाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के स्वास्थ्य मामलों पर विशेष सहायक जफर मिर्जा ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए जम्मू कश्मीर में सभी तरह की पाबंदी को हटा लेना चाहिए.SAARC सदस्य देशों के वीडियो कॉन्फ्रेंस में हिस्सा ले रहे मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने कहा कि भारत से सहायता प्राप्त करने के लिए मालदीव भाग्यशाली है।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए संयुक्त रणनीति अपनाने की वकालत करते हुए दक्षेस में कोविड-19 आपात कोष सृजित करने का प्रस्ताव किया और कहा कि भारत इस कोष के लिए 1 करोड़ डॉलर की प्रारंभिक पेशकश से शुरूआत कर सकता है.

हम साथ मिलकर इससे बेहतर ढंग से निपट सकते हैं, दूर जाकर नहीं. पाक ने उठाया कश्मीर का मुद्दा दक्षेस देशों के साथ कोरोना वायरस पर संवाद के दौरान पाकिस्तान ने कश्मीर का मुद्दा उठा दिया.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के स्वास्थ्य मामलों पर विशेष सहायक जफर मिर्जा ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए जम्मू कश्मीर में सभी तरह की पाबंदी को हटा लेना चाहिए. पाकिस्तानी प्रतिनिधि ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए चीन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि दक्षेस देश उन सर्वश्रेष्ठ पहलों को अपना सकते हैं.

इसके अलावा,  SAARC सदस्य देशों के वीडियो कॉन्फ्रेंस में हिस्सा ले रहे मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने कहा कि भारत से सहायता प्राप्त करने के लिए मालदीव भाग्यशाली है। मैं  सरकार की तरफ से मोदी और भारत के लोगों की सराहना करता हूं।

श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने कहा कि सबसे पहले मैं अपने अनुभवों, विचारों को साझा करने, चुनौतियों को समझने और उपायों पर चर्चा करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं।

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा कि हमें कोरोना वायरस से निपटने के लिए टेली-मेडिसिन के लिए एक सामान्य ढांचा तैयार करना चाहिए। सीमाओं के बंद होने से भोजन, दवाओं और बुनियादी वस्तुओं की उपलब्धता की समस्या हो जाएगी। 

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