कोविड-19: लॉकडाउन की वजह से 4 माह से स्कूल बंद, श्रीलंका में पूरी तरह से खुले, जानिए गाइडलाइनस
By भाषा | Published: August 10, 2020 01:52 PM2020-08-10T13:52:45+5:302020-08-10T13:55:45+5:30
200 से कम विद्यार्थियों वाले स्कूल मार्च में महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन से पहले की तरह संचलित होंगे। वह पूर्व की तरह कक्षाएं संचालित करेंगे।
कोलंबोः श्रीलंका में कोरोना वायरस की महामारी को नियंत्रित करने के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से करीब चार महीने से बंद स्कूल सोमवार से दोबारा पूरी तरह से खोल दिए गए।
श्रीलंका में मार्च मे मध्य में कोविड-19 का पहला मरीज सामने आने के साथ सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया था। जुलाई में कुछ चुनिंदा कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए स्कूलों को खोला गया था, लेकिन कुछ दिनों बाद ही कोरोना वायरस के नये मामले सामने आने की वजह से इन्हें बंद कर दिया गया।
शिक्षा सचिव एनएचएम चित्रनंदा ने बताया, ‘‘सभी स्कूलों को आज दोबारा खोल दिया गया है और संबंधित कक्षाएं सामाजिक दूरी के आधार पर शुरू हो गई हैं।’’ उन्होंने बताया कि 200 से कम विद्यार्थियों वाले स्कूल मार्च में महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन से पहले की तरह संचलित होंगे। वह पूर्व की तरह कक्षाएं संचालित करेंगे।
विद्यार्थियों के बीच एक मीटर की सामाजिक दूरी का अनुपालन करना होगा
उन्हें विद्यार्थियों के बीच एक मीटर की सामाजिक दूरी का अनुपालन करना होगा। उन्होंने कहा कि वे स्कूल जिनमें 200 से अधिक विद्यार्थी हैं उन्हें फैसला करना होगा कि स्वास्थ्य दिशानिर्देश के तहत सामाजिक दूरी का अनुपालन करने के लिए किस कक्षा के विद्यार्थी किस दिन स्कूल आएंगे।
अधिकारियों ने बताया कि स्कूलों में मौजूद कैंटीन को स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा कोविड-19 के नियंत्रण में होने की पुष्टि होने तक खोलने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि स्कूलों को दोबारा खोलने का फैसला श्रीलंका द्वारा कोरोना वायरस के सामुदायिक स्तर पर संक्रमण को सफलापूर्वक नियंत्रित करने के बाद लिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि श्रीलंका में समुदाय स्तर पर संक्रमण का एक भी मामला 30 अप्रैल के बाद से नहीं आया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि महामारी का खतरा अभी टला नहीं है। गौरतलब है कि श्रीलंका में कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,844 मामले सामने आए हैं जिनमें स 2,579 संक्रमित ठीक चुके हैं जबकि 11 लोगों की मौत हुई है।
श्रीलंकाः कोविड-19 को लेकर कड़े स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों के साथ 20 अगस्त से शुरू होगा संसद का सत्र
कोविड-19 के मद्देनजर कड़े स्वास्थ्य संबंधी दिशानिर्देशों के साथ श्रीलंका में 20 अगस्त से नयी संसद का पहला सत्र शुरू होगा। इस दौरान किसी भी दर्शक को आने की इजाजत नहीं दी जाएगी। श्रीलंका एशिया के उन कुछ देशों में से एक है, जहां कोरोना वायरस महामारी के बीच आम चुनाव आयोजित किए गए।
श्रीलंका में कोविड-19 के कुल 2844 मामले हैं, जिनमें से 2579 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 11 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और उनके छोटे भाई व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के नेतृत्व वाली श्रीलंका पीपुल्स पार्टी (एसएलपीपी) ने पांच अगस्त को हुए आम चुनाव में 225 सदस्यीय संसद में दो-तिहाई बहुमत हासिल किया था। एसएलपीपी सरकार के संसद में 150 सदस्य निर्वाचित हुए जबकि विपक्ष 75 सदस्यों पर सिमट गया।
महिंदा राजपक्षे ने रविवार को ही श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की थी
महिंदा राजपक्षे ने रविवार को ही श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की थी। संसद के सार्जेंट-एट-आर्म्स नरेन्द्र फर्नांडो ने कहा, ‘‘ हम पूरे संसदीय सत्र में कड़े स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि संसद का नया सत्र 20 अगस्त से शुरू होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ संसद कक्ष में सीटों के बीच एक मीटर की दूरी नहीं है। इसलिए सामाजिक दूरी के एक मीटर के नियम का पालन करना मुश्किल होगा। सभी सांसदों से सदन को संबोधित करते हुए मास्क पहनने को कहा गया है।’’
उन्होंने कहा कि हाथ धोने जैसे अन्य स्वास्थ्य नियमों का भी पालन किया जाएगा। फर्नांडो ने कहा, ‘‘ सार्वजनिक गलियारे नहीं खुलेंगे और दर्शकों को वहां आने की अनुमति नहीं होगी।’’ सिंगापुर के अलावा श्रीलंका भी एशिया के उन चंद देशों में शामिल है जहां कोरोना वायरस महामारी के बीच आम चुनाव कराए।