चीन का मंगल मिशन ‘तियानवेन-1’ पृथ्वी के साथ संचार में बाधा के चलते सितंबर के मध्य से लगभग 50 दिन तक निष्क्रिय रहेगा। संचार में संबंधित बाधा सौर विद्युत चुंबकीय विकिरण की वजह से उत्पन्न हुई है। ‘तियानवेन-1’ को एक ऑर्बिटर, एक लैंडर और एक रोवर के साथ 23 जुलाई 2020 को लाल ग्रह के लिए रवाना किया गया था। रोवर पिछले 100 दिन से काम कर रहा है, जबकि ऑर्बिटर फरवरी से मंगल की परिक्रमा कर रहा है। चीनी राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन के झांग रोंगेकिओ ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि संचार में बाधा की वजह से ऑर्बिटर और रोवर अपना काम निलंबित कर देंगे। उन्होंने कहा कि संचार में बाधा नवंबर के शुरू में खत्म होगी। झांग ने कहा, ‘‘इस दौरान सूर्य, मंगल और पृथ्वी एक सीधी रेखा में रहेंगे तथा धरती और लाल ग्रह एक-दूसरे से सुदूरतम स्थिति में होंगे।’’ सरकार संचालित चाइना डेली ने झांग के हवाले से कहा कि सूर्य का विद्युत चुंबकीय विकिरण रोवर, ऑर्बिटर और धरती पर मौजूद नियंत्रण कक्ष के बीच संचार को बुरी तरह प्रभावित करेगा। संचार में बाधा के चलते सितंबर के मध्य से मिशन लगभग 50 दिन तक निष्क्रिय रहेगा।
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