मुस्लिमों के खिलाफ मानवाधिकार का उल्लंघन कर रहा चीन, उइगरों को लेकर लीक हो गई थी सरकारी रिपोर्ट
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 28, 2019 09:35 AM2019-11-28T09:35:28+5:302019-11-28T09:35:28+5:30
पोंपियो ने चीनी सरकार से हिरासत में रखे गए सभी नागरिकों को जल्द रिहा करने और उनके खिलाफ क्रूरता तत्काल बंद करने की अपील की है. विदेश मंत्रालय में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए पोंपियो ने कहा कि दुनियाभर के देश अब यह समझ रहे हैं कि चीन में क्या हो रहा है.
चीन पर अमेरिका ने आरोप लगाया है कि वह शिनजियांग प्रांत में मुस्लिमों और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ मानवाधिकार का घोर उल्लंघन कर रहा है. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपिओ ने कहा कि हाल में लीक हुए दस्तावेजों से पता चला है कि चीन सरकार ने अशांत शिनजियांग प्रांत में मुस्लिमों और अन्य अल्पसंख्यकों को 'क्रूरता से हिरासत शिविरों में बंद कर रखा है और वह उनका सुनियोजित तरीके से दमन' कर रही है.
पोंपियो ने चीनी सरकार से हिरासत में रखे गए सभी नागरिकों को जल्द रिहा करने और उनके खिलाफ क्रूरता तत्काल बंद करने की अपील की है. विदेश मंत्रालय में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए पोंपियो ने कहा कि दुनियाभर के देश अब यह समझ रहे हैं कि चीन में क्या हो रहा है. ये देश शिनजियांग में लोगों के लिए मानवाधिकारों के हालात में सुधार करने के वास्ते अमेरिका के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. लंबे समय से न सिर्फ मुस्लिम चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की हिरासत में हैं, बल्कि ईसाई, तिब्बती और अन्य अल्पसंख्यक समूह भी चीनी अफसरों द्वारा दबाए जा रहे हैं.
हाल ही में सामने आए दस्तावेज को हमने देखा है. इससे साफ है कि शिनजियांग में उइगर और अन्य अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार किया जा रहा है. पोंपियो ने चीन सरकार से उन सभी लोगों को फौरन रिहा करने का आह्वान किया जिन्हें मनमाने ढंग से हिरासत में लिया गया और साथ ही उससे अपनी कठोर नीतियों को भी खत्म करने को कहा है जिससे शिनजियांग में उसके अपने ही नागरिक भयभीत हैं.
उइगरों को लेकर लीक हो गई थी सरकारी रिपोर्ट
चीन के शिनिजयांग में रह रहे अल्पसंख्यक मुस्लिमों (उइगरों) को लेकर पिछले दिनों सरकारी रिपोर्ट लीक हो गई थी. इस रिपोर्ट को दुनिया के 17 मीडिया संस्थानों ने छापा था. रिपोर्ट में नजरबंदी कैम्पों में रह रहे उइगरों के बारे में बताया गया था. इसके मुताबिक, कैम्पों में करीब 10 लाख लोगों को बंदी बनाया गया. लोग भाग न सकें, इसलिए उन्हें दो ताले वाले दरवाजों में रखा जाता है. उन पर 24 घंटे नजर रखी जाती है. टॉयलेट में भी उन पर सैनिकों की नजर होती है, ताकि वे भाग न जाएं. पोंपियो ने कहा कि ये रिपोर्टें इस बात का सबूत है कि चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन कर रही है.
मुस्लिम कैदियों के साथ एकदम सख्त बर्ताव रखने के अफसरों को निर्देश
रिपोर्ट में कहा गया था सुरक्षा में लगे स्टाफ को साफतौर पर ताकीद दी गई है कि वे मुस्लिम कैदियों के साथ दोस्ताना बर्ताव न रखें. 2014 में उइगरों ने एक स्टेशन पर हमला किया था. इसके बाद चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने बयान में कहा था कि अलगाववाद और आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ कोई दया नहीं दिखाई जाए. कैम्पों में ज्यादातर मुस्लिम अल्पसंख्यकों को रखा गया है. चीन दावा करता है कि इन कैंपों में अल्पसंख्यकों को मेंडेरिन भाषा के साथ नौकरी के हुनर सिखाए जाते हैं.