चीन एक बार फिर से डोकलाम पर अपना दावा ठोक रहा है, जबकि हाल ही में सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने यह साफ कर दिया था कि डोकलाम एक विवादित क्षेत्र है। इसपर पलटवार करते हुए चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत को पिछले साल 73 दिनों की तनातनी से सबक लेना चाहिए। चीन रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कियान ने गुरुवार 25 जनवरी को कहा कि डोकलाम चीन का हिस्सा है। उन्होंने आगे कहा कि भारत को पड़ोसी देश के जवानों द्वारा अवैध तरीके से सीमा पार करने की घटना से सबक लेते हुए ऐसी घटनाओं को दोहराना नहीं चाहिए। चीन सभी देशों के साथ समान व्यवहार की हिमायत करता है। बीजिंग हमेशा से शीत युद्ध जैसी मानसिकता के प्रदर्शन का विरोध करता रहा है।
12 जनवरी को आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कहा था कि चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने उत्तरी डोकलाम के इलाके पर अपना अधिकार जमा लिया है। गतिरोध स्थल से दोनों पक्ष पीछे हट गए हैं, तंबू अब भी लगे हैं, निगरानी चौकियां मौजूद हैं। इस क्षेत्र को लेकर भूटान और चीन के बीच विवाद है।
बता दें कि डोकलाम विवाद 16 जून 2017 में शुरू हुआ था। उच्चस्तरीय वार्ता के बाद अगस्त में दोनों देश के जवान विवादित क्षेत्र से हटने को तैयार भी हुए थे। लेकिन इसके बाद भी चीन कई मौकों पर डोकलाम पर अपना दावा करता आ रहा है। पिछली बार पीएलए के जवान सड़क निर्माण के लिए अरुणाचल प्रदेश तक घुस आए थे। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हुआ था।