बुर्किना फासो सरकार ने कहा, सशस्त्र हमलावरों ने 100 लोगों की हत्या की, सैकड़ों लोग घायल, बाजार और कई घर जलकर खाक
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 5, 2021 07:11 PM2021-06-05T19:11:33+5:302021-06-05T19:35:10+5:30
सरकार ने शनिवार को कहा कि उत्तरी बुर्किना फासो गांव में बंदूकधारियों ने कम से कम 100 लोगों की हत्या कर दी, जो वर्षों में देश का सबसे घातक हमला था।
बुर्किना फासोः बुर्किना फासो सरकार ने कहा कि पिछले कई सालों में हुए सबसे हिंसक हमले में सशस्त्र हमलावरों ने देश के उत्तरी हिस्से में कम से कम 100 लोगों की हत्या की गई।
सुरक्षा और स्थानीय सूत्रों ने शनिवार को कहा कि 2015 में देश में जिहादी हिंसा भड़कने के बाद से बुर्किना फासो में हुए सबसे घातक हमले में 100 नागरिक मारे गए थे। एक सुरक्षा सूत्र ने बताया कि यह हमला शुक्रवार से शनिवार की रात के दौरान हुआ, जब उत्तरी शहर सोल्हान में "सशस्त्र व्यक्तियों ने घुसपैठ की"।
सरकारी प्रवक्ता ओसेनी तंबौरा ने जिहादियों को जिम्मेदार ठहराते हुए एक बयान में कहा कि हमला शुक्रवार शाम साहेल के याघा प्रांत के सोल्हान गांव में हुआ। उन्होंने कहा कि नाइजर की सीमा की ओर वाले इलाके में स्थानीय बाजार और कई घर भी जलकर खाक हो गए।
स्थानीय बाजार में आगजनी
बुर्किना फासो की सरकार ने शनिवार को कहा कि देश के उत्तरी हिस्से के एक गांव में सशस्त्र हमलावरों ने कम से कम 100 लोगों की हत्या कर दी। यह पिछले कई सालों में हुआ सबसे हिंसक हमला है। सरकार के प्रवक्ता औसेनी तंबौरा ने एक बयान में जिहादियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह हमला साहेल याघा प्रांत के सोल्हान गांव में शुक्रवार शाम को हुआ।
देश में 72 घंटे के शोक की घोषणा
उन्होंने कहा कि नाइजर की सीमा के पास वाले इलाके के कई घरों और स्थानीय बाजार में आगजनी भी की गई। पश्चिम अफ्रीकी देश बुर्किना फासो के राष्ट्रपति रोच मार्क क्रिश्चियन कबरे ने इस हमले को ''बर्बरता'' करार दिया। हमले के स्थान से करीब 12 किलोमीटर दूर सेब्बा शहर के अस्पताल में भर्ती अपने रिश्तेदारों को देखने गए एक व्यक्ति ने सुरक्षा के मद्देनजर नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि उसने अस्पताल में प्रवेश करते ही कई घायल लोगों का उपचार होते देखा।
उन्होंने कहा, '' मैंने एक कमरे में 12 घायलों को जबकि दूसरे कमरे में 10 लोगों को देखा। कई लोग अपने घायल रिश्तेदारों की देखभाल कर रहे थे। कई लोग डर एवं चिंता के कारण सोल्हान को छोड़कर सेब्बा की ओर जा रहे हैं।'' सरकार ने देश में 72 घंटे के शोक की घोषणा की है।