ब्रिटेन: सियासी हलचल के बीच बोरिस जॉनसन पहुंचे लंदन, शामिल हो सकते हैं पीएम पद की रेस में
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 22, 2022 08:52 PM2022-10-22T20:52:18+5:302022-10-22T20:57:12+5:30
ब्रिटेन के पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन डोमिनिकन गणराज्य से वापस लंदन आ गये हैं। जॉनसन वहां छुट्टियां मनाने के लिए गये हुए थे लेकिन सत्ता में मची उथल-पुथल को देखते हुए उन्हें लंदन वापसी के लिए मजबूर होना पड़ा।

फाइल फोटो
लंदन: मौजूदा प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस के द्वारा इस्तीफे की घोषणा के बाद पैदा हुए राजनैतिक हालात में सत्ता के समीकरण को एक बार साधने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन शनिवार को ब्रिटेन वापस पहुंच गये हैं। खबरों के मुताबिक बोरिस जॉनसन डोमिनिकन गणराज्य में छुट्टियां मनाने के लिए गये हुए थे लेकिन ब्रिटेन की सत्ता में मची उथल-पुथल को देखते हुए उन्हें लंदन वापसी पर मजबूर होना पड़ा है।
जॉनसन के लंदन वापसी के साथ ब्रिटेन के राजनैतिक गलियारों में इस बात की अटकलें तेज हो गई हैं कि वो एक बार फिर से सत्ता पर काबिज होने के लिए व्यापक तैयारी कर रहे हैं। बीते जुलाई में राजनीतिक और व्यक्तिगत घोटालों के आरोपों की वजह से सत्ता गंवाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के सहयोगियों का कहना है कि वह प्रधानमंत्री ट्रस की रिक्त हुई जगह की भरपाई के लिए एक बार फिर से तैयार हैं।
हालांकि इन अटकलों के बीत 58 साल के बोरिस जॉनसन ने प्रधानमंत्री पद के लिए अभी तक अपनी दावेदारी के बारे में कोई स्पष्ट बात नहीं कही है। माना जा रहा है कि वो सारी राजनैतिक संभावनाओं को समझने के बाद ही कोई कदम उठाने के बारे में अपनी रणनीति का खुलासा करेंगे।
पीएम रेस में जॉनसन को आगे बढ़ने के लिए संसद में कम से कम 100 आवश्यक कंजर्वेटिव सदस्यों के वोट हासिल करने की जानकारी सामने आ रही है। यदि वह पीएम रेस में उतरते हैं तो उन्हें अपने ही पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक के साथ कड़ा सियासी संघर्ष करना पड़ेगा। ऋषि सुनक पहले ही संसद में 100 वोट की सीमा को पार कर चुके हैं। हालांकि, सुनक ने इसकी अभी तक घोषणा नहीं की है।
वहीं जॉनसन और सुनक के अलावा एक अन्य कैबिनेट सदस्य पेनी मोर्डंट ने शुक्रवार को औपचारिक तौर से पीएम पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर दी। ऐसा करने वाली मोर्डंट पहली कंजर्वेटिव सांसद बनी हैं। जॉनसन द्वारा जुलाई में पीएम पद छोड़ने के बाद मॉर्डंट भी कंजर्वेटिव पार्टी की ओर से पीएम पद की रेस में थी लेकिन आखिरी समय में वो उम्मीदवारी की अंतिम जगह बनाने में चूक गई थीं।
माजूदा समय में ब्रिटेन की संसद में कुल 357 कंजर्वेटिव सदस्य हैं। जिसका सीधा मतलब है कि पीएम पद के लिए केवल तीन उम्मीदवार ही 100 वोटों की आवश्यक शर्त को पूरा कर पाएंगे। चूंकि ऋषि सुनक इस रेस में सुरक्षित हैं, इसलिए असली पेंच बोरिस जॉनसन और पेनी मोर्डंट के बीच ही फंसने के आसार हैं। यदि तीनों उम्मीदवार जरूरी योग्यता प्राप्त कर लेते हैं, तो सबसे कम मत वाले उम्मीदवार को रेस से बाहर होने होगा।