बांग्लादेश: बीएनपी के इफ्तार पार्टी में करीब 20 हिन्दू नेताओं और कार्यकर्ताओं को परोसे गए गोमांस, प्रतिभागियों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर जताई नाराजगी
By आजाद खान | Published: May 1, 2022 12:05 PM2022-05-01T12:05:44+5:302022-05-01T12:09:56+5:30
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के सिलहट यूनिट के तरफ से आयोजित इफ्तार पार्टी में बुलाए गए हिन्दू पत्रकारों को भी गोमांस परोसा गया था। इस घटना से हिन्दू नेता और कार्यकर्ता बहुत नाराज है।
ढाका:बांग्लादेश के सिलहट में इफ्तार पार्टी के दौरान हिन्दुओं को गोमांस परोसने का मामला सामने आया है। यह इफ्तार पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की ओर से आयोजित किया गया था। आम तौर पर जब किसी इफ्तार पार्टी में गैर मुस्लिम को बुलाया जाता है तो उनके लिए विशेष इन्तजाम किए जाते हैं। लेकिन बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के इस इफ्तार पार्टी में ऐसा नहीं देखा गया है। खबरों के अनुसार, न केवल हिन्दू नेताओं को बल्कि हिन्दू पत्रकारों को भी इफ्तार पार्टी में बीफ परोसा गया है। इस पार्टी में मौजूद लोगों ने बताया कि इसमें सबसे हैरानी वाली बात यह थी कि इस इफ्तार पार्टी के मेन्यू में बीफ के अलावा और कोई दूसरा ऑप्शन नहीं था। इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर खूब हंगामा भी हुआ था।
क्या है पूरा मामला
बांग्लादेश में राष्ट्रीय दैनिकों की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के सिलहट यूनिट ने यह इफ्तार पार्टी को आयोजित किया था जिसमें करीब 20 हिन्दू पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था। बताया जाता है कि इस इफ्तार पार्टी में हिन्दू पत्रकारों को भी गोमांस परोसा गया था। वहीं इस घटना से नाराज होकर इफ्तार पार्टी में बुलाए जाने वाले बीएनपी के स्थानीय हिंदू नेता ने इसकी खूब निंदा की और फेसबुक पर लिखते हुए कहा कि 20 हिंदुओं को मुस्लिम नेताओं और कार्यकर्ताओं को उपवास तोड़ते हुए देखना पड़ा।
नेताओं ने माना सही नहीं हुआ है लेकिन कोई माफी नहीं मांगी
वहीं इस घटना पर बोलते हुए बीएनपी के छात्र संगठन के एक स्थानीय नेता कनक कांति दास ने इसे एक तमाशा बताया और कहा कि आपने इफ्तारी का आनंद लिया और हम हिंदू बस देखते ही रह गए। आपको बता दें कि बाद में पार्टी के नेताओं ने इस बात को माना कि ये सही नहीं हुआ है और उन लोगों ने इस घटना के लिए कोई माफी भी नहीं मांगी है। वहीं जब यह मामले सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो आम यूजर ने पार्टी के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया और इससे पार्टी के पुराने रिकॉर्ड पर भी सवाल उठ रहे हैं।