बांग्लादेश: हिंदुओं के फिर बनाया गया निशाना, फेसबुक पोस्ट को लेकर मंदिरों और दर्जनों घरों में हुई तोड़फोड़, आगजनी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 17, 2022 06:30 PM2022-07-17T18:30:12+5:302022-07-17T18:36:30+5:30
बांग्लादेश के नारेल जिले में शुक्रवार की शाम सहपारा गांव में बहुसंख्यक मुस्लिमों कई हिंदू अल्पसंख्यकों के मंदिरों और घरों में तोड़फोड़ और आगजनी की।
ढाका:बांग्लादेश के नारेल जिले में सोशल प्लेटफॉर्म फेसबुक पर कथिततौर से आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद बीते शुक्रवार को हिंदू अल्पसंख्यकों के मंदिरों और उनके घरों में बहुसंख्यक लोगों ने तोड़फोड़ और आगजनी की। इस मामले में रविवार को मीडिया में प्रकाशिक खबरों में बताया गया है कि कुछ अज्ञात हमलावरों ने बांग्लादेश में हिंदू धार्मिक अल्पसंख्यकों के निशाना बनाने के लिए उनके मंदिर, दुकानों और घरों को निशाना बनाया।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक नारेल जिले में जहां यह घटना हुई, उस पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर हरन चंद्र पॉल ने बताया कि शुक्रवार शाम को सहपारा गांव में बहुसंख्यक मुस्लिमों कई हिंदू अल्पसंख्यकों के घरों में तोड़फोड़ और आगजनी की। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां भी चलाईं। क्षेत्र में माहौल तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है।
इंस्पेक्टर पॉल ने कहा बहुसंख्यक हमलावरों ने फेसबुक पोस्ट के विवाद का केंद्र बनाते हुए शाम में करीब साढ़े सात बजे सहपारा गांव के मंदिर पर ईंटें फेंकी और मंदिर के भीतर रखे सामान को भी तोड़ दिया। उसके बाद भीड़ ने बाजार में कई हिंदुओं की दुकानों को निशाना बनाया और वहां पर भी जमकर तोड़फोड़ की।
उन्होंने कहा कि एक हिंदू युवक ने फेसबुक पर धर्म विशेष के बारे में कुछ आपत्तिजनक पोस्ट कर दिया था, जिससे बहुसंख्यक मुसलमानों में गुस्सा फूट पड़ा। बहुसंख्यकों की आक्रामकता को देखते हुए आरोपी युवक मौके से फरार हो गया था, पुलिस ने उसकी बहुत तलाश की लेकिन वो नहीं मिला। उसके बाद पुलिस ने उसके पिता को हिरासत में लिया और थाने ले आई।
इस मामले में नरेल के पुलिस अधीक्षक प्रबीर कुमार रॉय ने कहा कि फेसबुक पर किये गये आपत्तिजनक पोस्ट पर शुक्रवार की नमाज के बाद मुसलमानों के एक समूह ने तीव्र विरोध प्रदर्शन करते हुए हिंदुओं के घरों पर हमला बोल दिया। हालात अभी समान्य हैं और हमले के संबंध में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
एसपी प्रबीर कुमार रॉय ने कहा कि पुलिस लगातार स्थिति को समान्य बनाने में जुटी हुई है। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस टीमें लगातार इलाके में गश्त कर रही हैं। उन्होंने कहा, "पुलिस मामले की जांच कर रही है और जांच के बाद हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी।"
जानकारी के मुताबिक इस घटना की एक पीड़िता दीपाली रानी साहा ने बताया, "उन लोगों ने हमारा सारा कीमती सामान लूट लिया उसके बाद कुछ और लोग आये लेकिन जब उन्हें लूटने को कुछ नहीं मिला तो उन्होंने हमारे घर में आग लगा दी।"
बताया जा रहा है कि सहपारा गांव में दर्जनों हिंदुओं के घर में तोड़फोड़ हुई है। इस कारण गांव में रहने वाले हिंदू युवा अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित जगहों के लिए पलायन कर गये हैं, गांव में बचे हिंदू बुजुर्ग घटना के कारण बेहद दहशत में हैं।
गांव के राधागोविंद मंदिर के 65 साल के पुजारी शिबनाथ साहा ने कहा, "दंगे के बाद पुलिस गांव में पहरा दे रही है, लेकिन हम उन पर भरोसा नहीं कर सकते। वो हमला होने के स्थिति में हमें बचा नहीं सकते हैं।" मालूम हो कि मुस्लिम बहुल बांग्लादेश में हिंदू धार्मिक अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले बढ़ रहे हैं और उनमें के लिए किसी अफवाह या सोशल मीडिया के किसी पोस्ट को बहाना बनाया जाता है।