अमेरिका: विवेक रामास्वामी ने कहा, "अगर राष्ट्रपति बना तो डोनाल्ड ट्रंप को माफ कर दूंगा"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 7, 2023 08:32 AM2023-09-07T08:32:24+5:302023-09-07T08:38:52+5:30
अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में किस्मत आजमाने की कोशिश में लगे हुए रिपब्लिकन उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने कहा कि अगर वो राष्ट्रपति बनते हैं तो वह डोनाल्ड ट्रम्प को क्षमा कर देंगे।

फाइल फोटो
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में किस्मत आजमाने की कोशिश में लगे हुए रिपब्लिकन उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने कसम खाई है कि अगर वह 2024 में अमेरिका के अगले राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो वह 6 जनवरी यूएस कैपिटल में हुई घटना में शामिल प्रदर्शनकारियों को माफ कर देंगे।
38 वर्षीय भारतीय अमेरिकी उद्यमी रामास्वामी ने पिछले महीने रिपब्लिकन प्राइमरी प्रेसिडेंशियल डिबेट में अहिंसक प्रदर्शनकारियों के "राजनीतिक उत्पीड़न" के लिए अमेरिकी न्याय विभाग की कड़ी निंदा की, जिसके बाद से उनकी लोकप्रियता में भारी इजाफा हुआ है।
रामास्वामी ने कहा, “अमेरिका में अब दो-स्तरीय न्याय प्रणाली है। एक जिसमें एंटीफ़ा और बीएलएम दंगाई आज़ाद घूमते हैं, वहीं दूसरे वो हैं जो 6 जनवरी को यूएस कैपिटल में हुई घटना में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के कारण बिना जमानत के जेलों में डाल दिये गये। जो बाइडेन के 'अन्याय विभाग' ने 6 जनवरी से संबंधित अहिंसक अपराधों के लिए 1,000 से अधिक गिरफ्तारियां की हैं, जो हमारी जस्टिस और कानूनी प्रणाली के मूलभूत सिद्धांतों पर काली छाया डालती है।''
राष्ट्रपति पद की रेस में दौड़ लगा रहे रामास्वामी ने बीते बुधवार को कहा, “इस देश को एकजुट करने के लिए मैं राष्ट्रपति के रूप में उन सभी अमेरिकियों को माफ करने के लिए प्रतिबद्ध हूं जो राजनीतिकरण वाले संघीय मुकदमों का निशाना बने थे। इसमें 6 जनवरी को शांतिपूर्ण और अहिंसक प्रदर्शनकारी भी शामिल हैं, जिन्हें उनके संवैधानिक उचित प्रक्रिया अधिकारों से वंचित कर दिया गया था।"
दरअसल 6 जनवरी का विवाद इसलिए अमेरिकी चुनाव में प्रभावी है क्योंकि साल 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के बाद हुए दंगे में 2,000 से अधिक लोगों ने यूएस कैपिटल में प्रवेश किया क्योंकि उस चुनाव में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने डोनाल्ड ट्रम्प को हराया था।
ट्रम्प के भाषण के बाद हिंसक भीड़ ने यूएस कैपिटल पर धावा बोल दिया था, जो कैपिटल मैदान से कुछ ही दूरी पर एक रैली में बोल रहे थे। अपने भाषण में ट्रम्प ने चुनाव में धोखाधड़ी का दावा किया था और तत्कालीन उपराष्ट्रपति माइक पेंस से परिणामों को पलटने का आह्वान किया था।
इस दंगे के कारण अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी पुलिस जांच हुई, जिसमें सैकड़ों लोगों पर आपराधिक अपराधों का आरोप लगाया गया। रामास्वामी ने कहा कि वह अमेरिका में पुलिस शक्ति के हथियारीकरण को समाप्त कर देंगे और कहा कि प्रत्येक रिपब्लिकन उम्मीदवार को कठिन मुद्दों पर अपना रूख स्पष्ट करना चाहिए।
इससे पहले रामास्वामी ने रविवार को कहा था कि हालांकि उन्हें नवंबर 2024 के अमेरिकी चुनावों के लिए पार्टी का उम्मीदवार बनने की उम्मीद है, लेकिन अगर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नामांकन हासिल कर लेते हैं तो वह उन्हें वोट देंगे।
इसके साथ ही रामास्वामी ने कहा कि अगर वो राष्ट्रपति बनते हैं तो वह डोनाल्ड ट्रम्प को क्षमा कर देंगे, जो वर्तमान में कई कानूनी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
रामास्वामी ने एबीसी न्यूज को बताया, “यदि डोनाल्ड ट्रम्प नामांकित होते हैं तो मैं जरूर उनका समर्थन करूँगा और यदि मैं राष्ट्रपति बनता हूँ तो मैं उन्हें माफ़ कर दूँगा क्योंकि इससे देश को फिर से एकजुट करने में मदद मिलेगी। लेकिन यह सबसे महत्वपूर्ण काम नहीं है, जो मैं अगले राष्ट्रपति के रूप में करने जा रहा हूं। यह इस देश को आगे बढ़ाने के लिए अहम भूमिका है।''
पिछले महीने शुरुआती रिपब्लिकन प्राइमरी प्रेसिडेंशियल डिबेट में अपने प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद उद्यमी से राजनेता बने रामास्वामी ने अपनी साथी भारतीय अमेरिकी प्रतिद्वंद्वी और दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर निक्की हेली के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा में चल रहे हैं।
ट्रम्प अभियान द्वारा साझा किए गए एक जनमत सर्वेक्षण से पता चला है कि लोकप्रियता में रामास्वामी इस समय 15 फीसदी के साथ दूसरे नंबर पर, पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प 68 प्रतिशत के साथ पहले नंबर पर और फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस 13 फीसदी लोकप्रियता के साथ तीसरे स्थान पर हैं।