अमेरिका को ताकत के साथ चीन का मुकाबला करना चाहिए न कि कमजोरी से : ब्लिंकेन
By भाषा | Published: January 20, 2021 01:00 PM2021-01-20T13:00:53+5:302021-01-20T13:00:53+5:30
(ललित के झा)
वाशिंगटन, 20 जनवरी चीन को अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे के तौर पर पहचान करते और चिंता व्यक्त करते हुए अमेरिका के भावी रक्षामंत्री एंथोनी ब्लिंकेन ने कहा कि अमेरिका को इस चुनौती का सामना ‘‘मजबूती की स्थिति से करना चाहिए न कि कमजेारी की स्थिति से।’’
सीनेट की विदेश मामलों की समिति में अपनी नियुक्ति की पुष्टि के लिए हुई सुनवाई में ब्लिंकेन ने कहा, ‘‘ जब हम चीन को देखते हैं तो इसमें कोई शक नहीं है कि एक राष्ट्र के तौर पर वह हमारे हितों, अमेरिकी लोगों के हितों के लिए सबसे अधिक चुनौती पेश कर रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ कुल मिला कर मौजूदा संबंधों में प्रतिकूल परिस्थितियां बढ़ रही है। वह प्रतिस्पर्धी है, लेकिन जब हमारे आपसी हित की बात आती है तो अब भी कुछ सहयोग के बिंदु है। ऐसे समय जब हम विचार कर रहे हैं कि चीन का सामना कैसे करें और मेरा मानना है कि यह समिति के कार्यों में प्रतिबिंबित होता है, हमें चीन का सामना मजबूती की स्थिति से करना है न कि कमजोरी की स्थिति से।’’
उन्होंने कहा कि अच्छी बात यह है कि यह करने की अमेरिका की क्षमता उसके अपने नियंत्रण में है।
ब्लिंकेन ने कहा, ‘‘उस वक्त मजबूती की स्थिति जब हम अपने सहयोगियों के साथ मिल कर काम कर रहे हैं, न कि उनपर तोहमत लगा रहे हैं। यह चीन से निपटने में हमारी ताकत का स्रोत है। और भी मजबूती की स्थिति तब होती है जब हम प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में जुड़े होते हैं और उसका नेतृत्व कर रहे होते हैं, न कि हम उनसे खुद को हटा लेते हैं और चीन को उन संस्थाओं के नियमों, कायदे-कानूनों को तैयार करने और लागू करने और उन्हें चलाने की छूट दे देते हैं।
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