तालिबान का फरमान, कहा- कोई अफगानी काबुल एयरपोर्ट न जाए, सरकारी महिला कर्मचारियों को घर पर रहने के निर्देश
By दीप्ती कुमारी | Published: August 25, 2021 08:35 AM2021-08-25T08:35:49+5:302021-08-25T09:01:21+5:30
तालिबान ने अफगानिस्तान के लोगों को काबुल एयरपोर्ट की ओर जाने से मना कर दिया है और कहा कि सुरक्षा के लिहाज से ऐसा कहा जा रहा है । साथ ही अमेरिकी सैनिकों को 31 अगस्त तक देश छोड़ने को कहा है ।
काबुल : तालिबान ने मंगलवार को घोषणा की कि वह पंजशीर में शांति से समस्या का हल करना चाहता है और अफगानिस्तान के नागरिकों को अब काबुल हवाई अड्डे पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी । काबुल हवाई अड्डे पर जमा हो रही भीड़ को इकट्ठा होने से रोकने और सुरक्षा के लिहाज से , अफगान नागरिकों को अब हवाई अड्डे पर जाने की अनुमति नहीं है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने घोषणा की कि अभी तक केवल विदेशियों को हवाई अड्डे पर जाने की अनुमति है।
जनजीवन सामान्य हो रहा है : तालिबान
तालिबान नेता ने दावा किया कि अफगानिस्तान में अब जनजीवन सामान्य हो रहा है लेकिन काबुल हवाईअड्डे पर अव्यवस्था एक समस्या बनी हुई है । तालिबान नेताओं ने बार-बार पूर्ण माफी का आश्वासन दिया है और यह भी कहा है कि महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा।
महिला सरकारी कर्मचारियों को काम पर जाने की इजाजत नहीं
हालांकि तालिबान के ये दावे कितने सही इस बात का पता इससे लगाया जा सकता है कि एएफपी ने बताया कि तालिबान ने अफगानिस्तान सरकार की महिला कर्मचारियों को तब तक घरों में रहने के लिए कहा है, जब तक सुरक्षा उपाय अनुमति नहीं देते ।
मुजाहिद ने फिर से दोहराते हुए कहा कि अमेरिकी सैनिकों को 31 अगस्त, 2021 तक देश से पूरी तरह से हटना होगा और अमेरिका को अफगान कुलीन वर्ग को देश छोड़ने के लिए नहीं उकसना चाहिए । तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पंजशीर समस्या के समाधान के लिए बातचीत चल रही है ।
पंजशीर पर शांति से समाधान चाहते हैं : मुजाहिद
“इस्लामिक अमीरात ने घोषणा की है कि अफगानिस्तान में युद्ध खत्म हो गया है । उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि एक भी गोली चले । जिन्हें कुछ रिजर्वेशन हैं, हम उनसे बात कर रहे हैं। एक प्रतिशत का मानना है कि समस्याओं का समाधान केवल समस्याओं से होता है।'
मुजाहिद ने जोर देकर कहा कि युद्धग्रस्त देश से अमेरिका की वापसी के बाद कथित तौर पर कब्जा करने वाले समूह द्वारा घर-घर तलाशी नहीं की गई। साथ ही उन्हें सीआईए और तालिबान के बीच हुई गुप्त बैठक के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है ।
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से ही हालात बिगड़ते जा रहे हैं । देश के राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए हैं और उपराष्ट्रपति ने स्वयं को कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित किया है । हालांकि तालिबान देश में सबकुछ ठीक बता रहा है लेकिन वहां से आ रही रिपोर्ट कुछ और ही कहानी बता रही है ।