Afghanistan: वीजा लेने के दौरान भगदड़, 12 महिलाओं की मौत, 13 अन्य लोग घायल, सभी पाकिस्तान के लिए ले रहे थे वीजा
By भाषा | Published: October 21, 2020 02:13 PM2020-10-21T14:13:14+5:302020-10-21T14:13:14+5:30
गवर्नर अताउल्लाह खोग्यानी ने कहा कि पूर्वी नांगरहार प्रांत में पाकिस्तान जाने के वास्ते वीजा लेने के लिए एक स्टेडियम में आए लोगों में से 13 अन्य लोग घायल हो गए जिनमें ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं।
काबुलः देश से बाहर जाने के वास्ते वीजा लेने के लिए बुधवार को एक स्टेडियम में इंतजार कर रहे हजारों अफगानी नागरिकों में भगदड़ मच गई जिससे कम से कम 12 महिलाओं की मौत हो गई।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। गवर्नर अताउल्लाह खोग्यानी ने कहा कि पूर्वी नांगरहार प्रांत में पाकिस्तान जाने के वास्ते वीजा लेने के लिए एक स्टेडिम में आए लोगों में से 13 अन्य लोग घायल हो गए जिनमें ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि मारे गए लोगों में से ज्यादातर वृद्ध थे। एक अन्य घटना में उत्तरी अफगानिस्तान में तालिबान के हमले में कम से कम 34 अफगान पुलिस कर्मी मारे गए। एक स्थानीय अस्पताल के अधिकारी ने यह जानकारी दी। ताखर प्रांत के मुख्य अस्पताल के निदेशक रहीम बाखिश दानिश ने कहा कि हमले में आठ अन्य सुरक्षा कर्मी घायल हो गए।
पश्चिमी अफगानिस्तान में कार बम विस्फोट में 13 लोगों की मौत, 120 घायल
अफगानिस्तान के पश्चिमी घोर प्रांत में आत्मघाती कार बम हमले में 13 लोगों की मौत हो गई और करीब 120 लोग जख्मी हो गए। घोर में अस्पताल के प्रमुख मोहम्मद उमर ललजाद ने कहा कि आपातकालीन विभाग के कर्मचारी गंभीर एवं सामान्य रूप से जख्मी हुए लोगों का इलाज कर रहे हैं। उन्होंने मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक अरान ने कहा कि कार बम हमला प्रांतीय पुलिस प्रमुख के कार्यालय के प्रवेश द्वार पर किया गया।
घोर में हमले की किसी ने फिलहाल जिम्मेदारी नहीं ली है। कतर में तालिबान और अफगानिस्तान सरकार के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता जारी रहने के बीच यह हमला हुआ है। देश में दशकों से जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए यह वार्ता हो रही है।
घोर में प्रांतीय गवर्नर के प्रवक्ता आरिफ आबेर ने कहा कि विस्फोट इतना जोरदार था कि इसकी आवाज राजधानी फिरोज कोह तक सुनाई पड़ी। आबेर ने कहा, ‘‘इससे कुछ सरकारी भवन आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए जिसमें पुलिस प्रमुख का कार्यालय, महिला मामलों का विभाग और शरणार्थियों के लिए प्रांतीय कार्यालय भी शामिल हैं।’’ तालिबान शुक्रवार को दक्षिण अफगानिस्तान में हमले बंद करने पर सहमत हो गया था जिसकी वजह से हाल के दिनों में हजारों लोगों को विस्थापन झेलना पड़ा था।