नोबेल का शांति पुरस्कार इस साल कॉन्गो के डेनिस मुकवेज और नादिया मुराद को दिया जाएगा। शांति के क्षेत्र में काम करने के लिए 2018 शांति को नोबेल पुरस्कार डेनिस मुकवेज और नादिया मुराद को संयुक्त रूप से दिया जाएगा।
इन दोनों ही दिग्गजों ने युद्ध के दौरान होने वाले यौन हिंसा की रोकथाम के प्रयास किया था , जिसके लिए अब इनको इस पुरस्कार से नवाजा जाएगा। यह अवार्ड रॉयल स्वीडिश अकेडमी ऑफ साइंसेज के जरिए दिया जाता है।इसके तहत 10.1 लाख अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार की राशि ज्यादा से ज्यादा तीन वैज्ञानिकों में साझा की जा सकती है।
जाने कौन हैं मुकवेज और मुराद
मुकवेज कॉन्गो के सर्जन और बुकावु शहर में पनजी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर हैं। ये यौन हिंसा पर रोक लगाने के लिए और लोगों को इससे बचाने के लिए लंबे समय से काम कर रहे हैं।
नादिया मुराद इराक की मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं। वह उन हजारों यजीदी लड़कियों में से हैं, जिन्हें आईएसआईएस के आतंकियों ने अगवा कर सेक्स स्लेव बना दिया था। कहते हैं वह किसी तरह से अपनी जान बचाकर आतंकियों के कब्जे बच निकली थीं। 2016 में अमेरिकी कांग्रेस के सामने अपने भाषण में उन्होंने अमेरिका से आईएस को खत्म करने की अपील की थी। अब वह लोगों की मदद के लिए काम कर रही हैं।