मध्य माली के एक गांव में जातीय हिंसा में 20 लोग मारे गए
By भाषा | Published: February 15, 2020 07:06 AM2020-02-15T07:06:05+5:302020-02-15T07:06:05+5:30
मध्य माली 2012 में देश के उत्तरी हिस्से में छिड़े जिहादी विद्रोह के परिणामस्वरूप जातीय हिंसा से जूझ रहा है। इन जातीय तनावों में अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है साथ ही इसका प्रभाव पड़ोसी देशों नाइजर और बुर्किना फासो पर भी पड़ा है।
मध्य माली के एक गांव में जातीय हिंसा में 20 लोग मारे गए। स्थानीय अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। यह क्षेत्र पहले से जातीय और आतंकी हिंसा से पीड़ित रहा है।
फुलानी चरवाहों वाले इस क्षेत्र में पिछले साल मार्च में दोगोन सैनिकों ने हमला कर यहां रहने वाले 160 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।
ग्राम प्रधान एलि ओसमेनी बैरी ने एएफपी को बताया कि लगभग 30 बंदूकधारियों ने यह हमला किया था। उन्होंने बताया कि कुल 20 लोगों की मौत हुई है जिनमें से कुछ को जला दिया गया है।
एक स्थानीय अधिकारी ने पहचान छुपाने की शर्त पर हमला होने की पुष्टि की थी और मृतकों की संख्या 11 बतायी थी।
मध्य माली 2012 में देश के उत्तरी हिस्से में छिड़े जिहादी विद्रोह के परिणामस्वरूप जातीय हिंसा से जूझ रहा है। इन जातीय तनावों में अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है साथ ही इसका प्रभाव पड़ोसी देशों नाइजर और बुर्किना फासो पर भी पड़ा है।