10 साल की ब्रिटिश सिख लड़की ने नस्ली भेदभाव का मजबूती से किया मुकाबला, वीडियो वायरल
By भाषा | Published: August 10, 2019 09:03 PM2019-08-10T21:03:40+5:302019-08-10T21:09:25+5:30
लंदन में खेल के एक मैदान में ‘‘आतंकवादी’’ कहे जाने के बाद 10 वर्षीय ब्रिटिश सिख लड़की ने सोशल मीडिया पर इस संदेश के साथ पलटवार किया कि समुदाय के बारे में ‘‘नस्ली मुद्दे’’ से निपटने के लिए अधिक जानकारी को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
लंदन में खेल के एक मैदान में ‘‘आतंकवादी’’ कहे जाने के बाद 10 वर्षीय ब्रिटिश सिख लड़की ने सोशल मीडिया पर इस संदेश के साथ पलटवार किया कि समुदाय के बारे में ‘‘नस्ली मुद्दे’’ से निपटने के लिए अधिक जानकारी को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
मुंसिमार कौर का वीडियो संदेश उसके पिता ने ट्विटर पर पोस्ट किया है। बृहस्पतिवार को ‘लाइव’ होने के बाद इसे 47000 ये अधिक बार देखा जा चुका है। वीडियो में पगड़ी पहने हुए लड़की को उक्त घटना के बारे में साहसिक तरीके से बताते हुए देखा जा सकता है।
घटना मंगलवार को इस सप्ताह के शुरू में दक्षिणपूर्व लंदन में प्लमस्टीड खेल के मैदान में हुई। कौर ने अपना अनुभव एक नोटबुक में लिखा है। उसने नोटबुक से अपना अनुभव पढ़ते हुए कहा, ‘‘सोमवार और मंगलवार को एक पार्क में चार लड़कों और एक लड़की की मां ने मेरे साथ बहुत अच्छा व्यवहार नहीं किया।’’
उसने कहा, ‘‘सोमवार को करीब 14 से 17 वर्ष के दो लड़कों और दो लड़कियों से जब मैंने साथ में वह खेल खेलने के लिए कहा जो वे खेल रहे थे तो उन्होंने जोर से कहा कि ‘नहीं तुम नहीं खेल सकती क्योंकि तुम आतंकवादी हो।’’
Racist Park @GLL_UK
— Sikh Dad (@sikhdad) August 8, 2019
My eldest daughter Munsimar Kaur, aged 10, tells her own true story. Today it was my child tomorrow it could be yours. #sikhpic.twitter.com/NwR4iFUUE7
उसने कहा कि इन शब्दों ने निश्चित तौर पर उसे ठेस पहुंचायी लेकिन वह अपना सिर ऊंचा रखते हुए वहां से चली आयी। उसने बताया कि वह अगले दिन उसी स्थान पर दोबारा पहुंची जब उसने नौ वर्षीय एक लड़की को मित्र बना लिया था।
कौर ने उस लड़की का बचाव किया क्योंकि वह उसकी गलती नहीं थी। उसने कहा, ‘‘एक घंटे के बाद उसकी मां ने उसे बुलाया और कहा कि वह मेरे साथ नहीं खेल सकती क्योंकि मैं परोक्ष रूप से खतरनाक हूं।’’
कौर ने अपने संदेश में कहा, ‘‘इस अनुभव ने मुझे बताया कि कुछ लोगों में जानकारी की कमी है। सिख स्वभाविक रूप से दयालु होते हैं और चाहे जो भी हो हम सभी को प्यार करेंगे।’’
उसने कहा, ‘‘हालांकि मुझे इस बारे में बोलने की जरूरत है क्योंकि सभी इतने मजबूत नहीं होते कि वे ऐसी स्थिति का सहज ही सामना कर लें या उनके पास ऐसे अभिभावक नहीं होते जिनसे वे ऐसे नस्ली घटना के बारे में बात कर सकें।’’ कौर के वीडियो के समर्थन में काफी संदेश आये हैं और लोगों ने उसके साहस की प्रशंसा की।