संजय झा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से हटाए जाने के बाद ट्वीट कर फिर एक बार अपनी पार्टी पर निशाना साधा है। संजय झा ने कहा है कि अब असल कांग्रेस नहीं रही और न ही वैसा पार्टी में लोकतंत्र रहा जैसा कि पहले होता था। संजय झा को हाल ही में पार्टी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करने के बाद प्रवक्ता पद से हटाया गया है।
कांग्रेस की ओर से कहा गया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने झा को तत्काल प्रभाव से हटाए जाने को मंजूरी दी। इसके साथ ही अभिषेक दत्त और साधना भारती को कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट नियुक्त किया गया है। बहरहाल, इस कदम के बाद संजय झा ने गुरुवार को एक ट्वीट किया।
संजय झा ने लिखा, 'एक बार पंडित नेहरू ने अपने ही खिलाफ गुमनाम आलोचना एक अखबार में लिखी थी। उन्होंने सरकार को तानाशाही की ओर बढ़ने से आगाह किया था। यही असल कांग्रेस है: लोकतांत्रिक, उदार, सहिष्णु, सबको साथ लेकर चलने वाली। हम इन मूल्यों को कहीं पीछे छोड़ आगे निकल चुके हैं। क्यों? मैं कांग्रेस का निर्भीक वैचारिक सिपाही अब भी बना हुआ हूं।'
संजय झा के इस ट्वीट के बाद अब कई कमेंट्स आ रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, 'खुद को निर्भीक बता रहे हैं लेकिन इतनी भी हिम्मत नहीं है कि खुल के बोल दें। भाई साहब पूरी जिंदगी आपने गांधी परिवार की जी-हजूरी में निकाल दी। जरा सी मुंह खोल दी तो आपको अपनी जगह दिखा दी गई।'
वहीं, एक शख्स ने लिखा, 'सर आज से आपके लिए इज्जत और 10 गुणा बढ़ गई।'
वहीं, एक यूजर ने लिखा, 'राजनीति ने तब से अब बहुत कुछ बदल गया है। आज हम केवल इसलिए बाहर निकले क्योंकि हम भाजपा के पाखंड, झूठ और दुष्प्रचार को उजागर नहीं कर सक रहे हैं। उन्हें हराने के लिए, आपको एक अलग स्तर पर खेलना होगा। यह सतयुग, त्रेतायुग या द्वापरयुग नहीं है। यह कलयुग है।'
हालांकि, ऐसा नहीं है कि केवल कांग्रेस के आलोचक ही संजय झा के ट्वीट पर कमेंट कर रहे हैं। कुछ लोगों ने इस फैसले को सही भी ठहराया। एक शख्स ने लिखा कि संजय झा बीजेपी के साथ जुड़ने जा रहे हैं। यूजर के अनुसार संजय कोविड-19 के बाद बीजेपी से जुड़ जाएंगे। इसलिए ऐसा किया गया। एक शख्स ने ये भी सवाल किया क्या संजय झा ने कोई भी कदम उठाया, जब कर्नाटक के विधायकों को मुंबई में बंधक बनाया गया।
गौरतलब है कि झा ने पिछले दिनों एक लेख के माध्यम से पार्टी की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव है। उधर, कांग्रेस ने कर्नाटक विधान परिषद चुनाव के लिए बीके हरि प्रसाद और नसीर अहमद को अपना उम्मीदवार बनाया है।