कांग्रेस के पार्टी प्रवक्ता के पद से हटाए जाने के बाद संजय झा ने किया पंडित नेहरू को लेकर ट्वीट, लगी कमेंट्स की बाढ़
By विनीत कुमार | Published: June 18, 2020 02:48 PM2020-06-18T14:48:01+5:302020-06-18T14:51:26+5:30
संजय झा को कांग्रेस के पार्टी प्रवक्ता पद से हटा दिया गया है। इसके बाद संजय झा अपने एक ट्वीट के कारण फिर चर्चा में हैं। उन्होंने इस ट्वीट में एक बार फिर पार्टी में कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।
संजय झा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से हटाए जाने के बाद ट्वीट कर फिर एक बार अपनी पार्टी पर निशाना साधा है। संजय झा ने कहा है कि अब असल कांग्रेस नहीं रही और न ही वैसा पार्टी में लोकतंत्र रहा जैसा कि पहले होता था। संजय झा को हाल ही में पार्टी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करने के बाद प्रवक्ता पद से हटाया गया है।
कांग्रेस की ओर से कहा गया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने झा को तत्काल प्रभाव से हटाए जाने को मंजूरी दी। इसके साथ ही अभिषेक दत्त और साधना भारती को कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट नियुक्त किया गया है। बहरहाल, इस कदम के बाद संजय झा ने गुरुवार को एक ट्वीट किया।
संजय झा ने लिखा, 'एक बार पंडित नेहरू ने अपने ही खिलाफ गुमनाम आलोचना एक अखबार में लिखी थी। उन्होंने सरकार को तानाशाही की ओर बढ़ने से आगाह किया था। यही असल कांग्रेस है: लोकतांत्रिक, उदार, सहिष्णु, सबको साथ लेकर चलने वाली। हम इन मूल्यों को कहीं पीछे छोड़ आगे निकल चुके हैं। क्यों? मैं कांग्रेस का निर्भीक वैचारिक सिपाही अब भी बना हुआ हूं।'
Pandit Nehru once wrote a self-critical piece anonymously in a newspaper warning against becoming autocratic. That is the true Congress;democratic, liberal, tolerant, inclusive. We have drifted far from those values. Why?
— Sanjay Jha (@JhaSanjay) June 18, 2020
I remain a committed fearless ideological soldier of INC.
संजय झा के इस ट्वीट के बाद अब कई कमेंट्स आ रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, 'खुद को निर्भीक बता रहे हैं लेकिन इतनी भी हिम्मत नहीं है कि खुल के बोल दें। भाई साहब पूरी जिंदगी आपने गांधी परिवार की जी-हजूरी में निकाल दी। जरा सी मुंह खोल दी तो आपको अपनी जगह दिखा दी गई।'
Khud ko "fearless" bata rahe hain lekin itni bhi himmat nahi ki khul ke bol lo. Bhaisaab poori zindagi Gandhi parivar ki ji-hazoori me nikaal di aapne. Zara se mu kholte hi aapko aapki jagah dikha di gayi. Itni to self respect ho ki apne liye stand le sako.
— THE SKIN DOCTOR (@theskindoctor13) June 18, 2020
वहीं, एक शख्स ने लिखा, 'सर आज से आपके लिए इज्जत और 10 गुणा बढ़ गई।'
वहीं, एक यूजर ने लिखा, 'राजनीति ने तब से अब बहुत कुछ बदल गया है। आज हम केवल इसलिए बाहर निकले क्योंकि हम भाजपा के पाखंड, झूठ और दुष्प्रचार को उजागर नहीं कर सक रहे हैं। उन्हें हराने के लिए, आपको एक अलग स्तर पर खेलना होगा। यह सतयुग, त्रेतायुग या द्वापरयुग नहीं है। यह कलयुग है।'
Politics has changed alot since then. Today we r out only because we couldn't reach to ppl and expose BJP's hypocrisy, lies and propaganda. To beat them, u hv to play one level advance to their own game. This isn't satyug,treta yug or Dwaparyug. This is kalyug.
— Dr sudhakar Yadav (@yadavaasud) June 18, 2020
हालांकि, ऐसा नहीं है कि केवल कांग्रेस के आलोचक ही संजय झा के ट्वीट पर कमेंट कर रहे हैं। कुछ लोगों ने इस फैसले को सही भी ठहराया। एक शख्स ने लिखा कि संजय झा बीजेपी के साथ जुड़ने जा रहे हैं। यूजर के अनुसार संजय कोविड-19 के बाद बीजेपी से जुड़ जाएंगे। इसलिए ऐसा किया गया। एक शख्स ने ये भी सवाल किया क्या संजय झा ने कोई भी कदम उठाया, जब कर्नाटक के विधायकों को मुंबई में बंधक बनाया गया।
He is in touch with BJP and will join BJP just after Covid-19 crisis, that's why he was removed from the media panelist list.
— Sunil Bishnoi (@SM_Bishnoi) June 18, 2020
गौरतलब है कि झा ने पिछले दिनों एक लेख के माध्यम से पार्टी की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव है। उधर, कांग्रेस ने कर्नाटक विधान परिषद चुनाव के लिए बीके हरि प्रसाद और नसीर अहमद को अपना उम्मीदवार बनाया है।